चाइना बॉर्डर के पास भारत की बड़ी तैयारी, नॉर्थ ईस्ट में 500 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछेगी
भारत-चीन बॉर्डर पर लंबी रेल लाइन बिछाने की तैयारी.
India China Border Railway Project: चीन से रिश्ते सुधरने के साथ ही भारत सीमा को मजबूत करने की भी योजना बना रहा है. चाइना बॉर्डर पर भारत की बहुत बड़ी योजना है. भारत सरकार चीन बॉर्डर पर 500 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाएगी. इस रेलमार्ग के जरिए भारत चीन के साथ ही बांग्लादेश, म्यांमार और भूटान से सटे दूरदराज इलाकों तक पहुंच सकेगा. इस योजना पर भारत 3.4 अरब डॉलर यानी करीब 30 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा. इस रेल लाइन के बनने के बाद लोगों की दुर्गम इलाकों पर आसानी से आवाजाही हो पाएगी.
योजना में खर्च होंगे 30 हजार करोड़
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नॉर्थ-ईस्ट रेल लाइन की योजना को मंजूर कर दिया गया है. इस योजना में करीब 30 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. जिससे नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में 500 किलोमीटर का रेलमार्ग बिछाया जाएगा. जिसमें पुल और सुरंगे भी शामिल होंगी. इससे सीमावर्ती इलाकों में पहुंच आसान हो जाएगी और रणनीतिक तौर पर भी भारत को फायदा मिलेगा.
चीन से रिश्तों में सुधार लेकिन सीमा को लेकर सावधान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद भारत, चीन समेत दुनिया भर के देशों के लिए समस्या हो गई है. ट्रंप टैरिफ के बाद भारत और चीन के रिश्तों में सुधार दिखाई दे रहा है. लेकिन इसके साथ ही भारत सीमा सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है. इसलिए सीमावर्ती इलाकों में रेल नेटवर्क पर भी ध्यान दे रहा है. 30 हजार करोड़ रुपये से बनने वाली योजना करीब 4 सालों में पूरी हो जाएगी.
7 सालों बाद प्रधानमंत्री मोदी चीन पहुंचे
बीते महीने 31 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 साल बाद चीन पहुंचे थे. 2020 में गलवान झड़प के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आ गई थी. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने चीन का कोई दौरा नहीं किया था. लेकिन 31 अगस्त से एक सितंबर तक शंघाई सहयोग आंदोलन(SCO) में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी चीन पहुंचे थे. पीएम मोदी के इस दौरे के बाद दोनों देशों के रिश्तों में सुधार देखे जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: PM मोदी और उनकी मां के AI वीडियो पर बवाल, भड़की बीजेपी, कहा- बेशर्मी से बाज नहीं आ रही कांग्रेस