Chhattisgarh: बिलासपुर की 678 राशन दुकानों में 4 करोड़ का राशन घोटाला, 7 हजार क्विंटल चावल डकार गए दुकानदार!
Chhattisgarh news: बिलासपुर जिले की 678 राशन दुकानों में चार करोड़ रुपए का राशन घोटाला सामने आया है. सार्वजनिक वितरण प्रणाली योजना में नागरिक आपूर्ति निगम यानी नान के जरिए आम लोगों के लिए भेजे गए चावल, नमक, शक्कर और चना आवंटन कराने की योजना में खूब हेराफेरी हुई है. शासकीय उचित मूल्य की दुकानों ने राशन का ऐसा स्टॉक दबाया है, जिसकी वसूली करने में अधिकारी फेल हो रहे हैं. यही वजह है कि कलेक्टर ने 23 अगस्त को सारे एसडीएम को चिट्ठी लिखकर राशन में हुई गड़बड़ी की सूची भेजी है. उन्होंने सारे शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को आरआरसी जारी करने की बात कही है.
शहर और गांवों में पीडीएस के तहत चावल, नमक, शक्कर और चना बांटने की योजना शुरू हुई है. राशनकार्ड धारकों एपीएल और बीपीएल को सरकार एक निश्चित दर पर राशन का सामान उपलब्ध करवाती आ रही है. राशन को लोगों तक पहुंचाने की जिम्मा इन्हीं शासकीय उचित मूल्य की दुकानों का है, जिन्हें सरकारी तौर पर अधिकृत किया गया है. जिले में लाखों लोगों का इसका लाभ मिल रहा है. लेकिन इसकी आड़ में राशन दुकान संचालक भी गड़बड़ी करने से नहीं चूक रहे. फूड के नियंत्रक अनुराग भदौरिया का कहना है कि ये सारी गड़बड़ी इन राशन दुकानों में भौतिक सत्यापन करने पर सामने आ रही है. उनके मुताबिक साल 2017 के बाद से सभी 678 राशन दुकानों में राशन का सत्यापन नहीं हो पाया था, जिसके चलते एक के बाद एक गड़बड़ी सामने आ रही है. फूड नियंत्रक मुताबिक वसूली की प्रक्रियाएं बढ़ाई गई हैं, अनुविभागीय अफसरों को उनके क्षेत्र के राशन दुकानों में जाम हुए स्टॉक की सूचना दी गई है. उन्हें ही नियमों के हिसाब से आगे की कार्रवाई करनी है.
मस्तूरी में सबसे ज्यादा 4050 क्विंटल चावल में गड़बड़ी, तखतपुर में 1954 क्विंटल जाम
बिलासपुर जिले में सबसे ज्यादा चावल घोटाला मस्तूरी में फूटा है. यहां की राशन दुकानों ने 4050 क्विंटल चावल में हेराफेरी की है. दूसरे नंबर पर तखतपुर है, जहां 1954 क्विंटल, बिलासपुर की राशन दुकानों में 1638 और कोटा में 146 क्विंटल चावल गायब है. उपलब्ध दस्तावेज बता रहे हैं कि शहर में ये गड़बड़ी सरकंडा, दयालबंद, तारबाहर, राजकिशोर नगर, नारियल कोठी, बंधवापारा समेत कई और जगहों की दुकानों से निकली है.
नमक, शक्कर के मामले में तखतपुर आगे, कोटा में चना घोटाला
कलेक्टर की अनुविभागीय अधिकारियों को भेजी सूची के मुताबिक तखतपुर में 160 क्विंटल नमक और 116 क्विंटल शक्कर गायब है. इसके अलावा मस्तूरी में 304 क्विंटल नमक और 186 क्विंटल शक्कर कम पाया गया है. कोटा में 51 क्विंटल नमक और 15.7 क्विंटल शक्कर और 50 क्विंटल चना का पता नहीं है. बिलासपुर में 313 क्विंटल नमक और 154 क्विंटल शक्कर के एवज में वसूली का नोटिस जारी किया गया है.
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कुल इतनी गड़बड़ी
जिले के राशन दुकानों में कुल 7790 क्विंटल चावल नहीं है. 828 क्विंटल नमक, 473 क्विंटल शक्कर और 50 किलो चना गायब है. इसके अलावा जिन दुकानों को आने वाले वक्त में नोटिस जारी होना है उनमें 26 क्विंटल नमक और 28 क्विंटल शक्कर के एवज में नोटिस भेजने की तैयारी है.
तीन साल पहले 11 राशन दुकानों में एक करोड़ का राशन घोटाला पकड़ा गया था
बता दें कि तीन साल पहले खाद्य अफसरों ने शहर के 11 राशन दुकानों में एक करोड़ का राशन घोटाला पकड़ा था. इनमें बंधवापारा में सरकारी दुकान चलाने वाले लक्ष्मी नारायण की दुकान से 79.53 क्विंटल चावल स्टाक में कम पाया गया. इसकी लागत 2 लाख 86 हजार 865 रुपए है. मसानगंज में नानक राम नागदेव की दुकान से 393 क्विंटल चावल कम मिला है. 14 लाख 17 हजार 663 रुपए की गड़बड़ी की है. जवालीपुल जूना बिलासपुर में अमरदीप बोलर ने 396 क्विंटल चावल की अफरा तफरी की है. लागत 14 लाख 31 हजार 333 रुपए है. अशोक नगर में जय प्रकाश गुप्ता की दुकान से चावल, नमक शक्कर और रिफाइंड में हेराफेरी हुई है. कुल लागत 15 लाख 39 हजार 471 रुपए है.
टिकरापारा में एस चौहान की दुकान से शक्कर और मिट्टी तेल गायब है. इन्होंने 30 हजार 214 रुपए का घोटाला किया है. अशोक विहार सरकंडा के दिनेश गुप्ता की दुकान से 105 क्विंटल चावल, 2.41 क्विंटल शक्कर, 14.47 क्विंटल नमक कम है. टिकरापारा के अरविंद आटले की दुकान से 620.84 क्विंटल चावल गायब मिला है. 3 क्विंटल नमक भी कम मिला है. इन्होंने 22 लाख 39 हजार 369 रुपए की गड़बड़ी की है