Vande Bharat: ये है देश की सबसे सुस्त वंदे भारत, टाइमिंग ऐसी की सफर करने से डरते है लोग, चलती है खाली
Slowest Vande Bharat Train: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को बिहार के पूर्णिया से दानापुर-जोगबनी वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन किया था. इस ट्रेन को शुरू हुए मात्र 5 दिन ही हुए हैं और इतने कम दिनों में ही इस को सबसे सुस्त वंदे भारत का दर्जा मिल गया है.
भारत की सबसे प्रीमियम ट्रेनों में शामिल वंदे भारत एक्सप्रेस को अपनी हाई स्पीड और यात्रियों के सुविधाजनक सफर के लिए जाना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं देश की सबसे स्लो वंदे भारत कौन सी है.
बिहार के सीमांचल क्षेत्र में चलने वाली जोगबनी-दानापुर वंदे भारत एक्सप्रेस (26301) को सबसे स्लो वंदे भारत का टैग मिल गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने 17 सितंबर को इस ट्रेन का उद्घाटन किया था.
ये ट्रेन दानापुर से जोगबनी तक का 452 किलोमीटर लंबा सफर 8.10 घंटे में पूरा करती है. इस हिसाब से इसकी औसत स्पीड 55.8 किलोमीटर प्रति घंटा है. जिससे ये देश की सबसे स्लो वंदे भारत ट्रेन बन जाती है.
इस ट्रेन की टाइमिंग भी एक बड़ी समस्या है. जोगबनी से ट्रेन 26301 तड़के 3:25 बजे चलकर 11:30 बजे दानापुर पहुंचती है. वहीं वापसी ट्रेन 26302 दानापुर से 17:10 बजे चलकर देर रात 1:20 बजे जोगबनी पहुंची है.
ट्रेन के देर रात स्टेशन पर आने-जाने से ट्रेन अधिकतर खाली चल रही है. जोगबनी के निवासी रामचंद्र भगत बताते है कि सीमांचल क्षेत्र में रात को लाॅ एंड ऑर्डर की हालत खराब है. देर रात स्टेशन आने-जाने में लूटपाट का खतरा होता है.
रामचंद्र बताते हैं कि इस वंदे भारत से बेहतर सीमांचल एक्सप्रेस (12488) है. सीमांचल एक्सप्रेस करीब 8.50 घंटों में ये सफर पूरा कर लेती है. वहीं वंदे भारत और सीमांचल एक्सप्रेस के किराए में जमीन आसमान का फर्क है.
जहां वंदे भारत में जोगबनी से दानापुर तक का न्यूनतम किराया 1310 रुपये है, तो वहीं सीमांचल एक्सप्रेस की स्लीपर क्लास का किराया मात्र 300 रुपये ही है.
बात करें देश की सबसे फास्ट वंदे भारत की, तो इसमें नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत का नाम दर्ज है. ये ट्रेन अपने सफर के दौरान 95 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत स्पीड से चलती है.