नान घोटाला मामले में बड़ा एक्शन, रिटायर्ड IAS आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा को ED ने किया गिरफ्तार

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के चर्चित नान घोटाला मामले में आरोपी पूर्व IAS आलोक शुक्ला आज ED कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे. जिसके बाद ED ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. वहीं रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा की भी गिरफ्तारी हो सकती है.
Naan scam case

आलोक शुक्ला

Naan scam case: छत्तीसगढ़ के चर्चित नान घोटाला मामले में आरोपी पूर्व IAS आलोक शुक्ला आज ED कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे, जिसके बाद ED ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. वहीं, ED की टीम ने रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा को भी गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को 4 हफ्तों के लिए ED की रिमांड पर भेज दिया गया है. ED दफ्तर में दोनों से 28 दिनों तक पूरे मामले को लेकर पूछताछ की जाएगी.

सुप्रीम कोर्ट से खारिज की थी जमानत याचिका

वहीं नान घोटाला केस में आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल चुकी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच जस्टिस सुंदरेश और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने खारिज कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, दोनों अधिकारियों को पहले दो हफ्ते ईडी की कस्टडी में रहना होगा. उसके बाद दो हफ्ते न्यायिक हिरासत में रहना होगा. इसके बाद ही उन्हें जमानत मिल सकेगी.

क्या है छत्तीसगढ़ नान घोटाला?

छत्तीसगढ़ में साल 2015 में नान यानी नागरिक आपूर्ति निगम में घोटाला होने की बात सामने आई. राज्य में नागरिक आपूर्ति निगम के जरिए ही सावर्जनिक वितरण प्रणाली का संचालन होता है. ACB की टीम ने 2015 में नान मुख्यालय सहित अधिकारियों-कर्मचारियों के 28 ठिकानों पर रेड मारी थी.

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घटिया क्वालिटी का चावल खरीदा गया

आरोप थे कि राइस मिलों से लाखों क्विंटल घटिया क्वालिटी का चावल खरीदा गया. इसके एवज में करोड़ों की रिश्वत ली गई. साथ ही चावल स्टोरेज और परिवहन में भी घोटाले के आरोप लगे. रेड के दौरान करोड़ों रुपए कैश, कथित स्कैम से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किया गया.

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