यूपी का ऐसा जिला, जो 24 घंटे के लिए बना देश की राजधानी, इतिहास के पन्नों में दर्ज है नाम
12 दिसंबर 1911 में किंग जॉर्ज पंचम ने देश की राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की थी, और 13 फरवरी 1931 को यह नई दिल्ली आधिकारिक तौर पर राजधानी बनी.
भारत की राजधानी दिल्ली है ये तो हर कोई जानता है, लेकिन क्या आप जानते हैं उत्तर प्रदेश का एक ऐसा जिला भी है जो पूरे 24 घंटों के लिए भारत की राजधानी रहा है.
उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा जिलों वाला राज्य है. उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले आते हैं. इन्हीं जिलों में से एक जिला ऐसा भी है जो देश की राजधानी रह चुका है.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (इलाहाबाद) को साल 1858 में 24 घंटों के लिए देश की राजधानी बनाया गया था. ये इकलौता ऐसा जिला है जिसे 24 घंटे के लिए देश की राजधानी बनाया गया था.
इलाहाबाद उस समय उत्तर-पश्चिम प्रांत की राजधानी हुआ करता था. बाद में उत्तर-पश्चिम प्रांत संयुक्त प्रांत बन गया और साल 1950 में ये उत्तर प्रदेश बना.
बता दें कि, जब ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा देश का प्रशासन ब्रिटिश राजशाही को सौंपा गया, तो इलाहाबाद को एक दिन के लिए देश की राजधानी घोषित किया गया था.
इसी दौरान अंग्रेजों ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय का निर्माण कराया था. वहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय की स्थापना भी की थी.
12 दिसंबर 1911 में किंग जॉर्ज पंचम ने देश की राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की थी और 13 फरवरी 1931 को यह नई दिल्ली आधिकारिक तौर पर राजधानी बनी.
इलाहाबाद को भले सिर्फ एक दिन के लिए राजधानी बनने का गौरव हुआ हो, लेकिन इसके बाद यह घटना इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गई.