PoK में बगावत! लगे आजादी के नारे, शाहबाज-मुनीर के सामने दो टुकड़ों में बंटेगा पाकिस्तान?
पीओके में प्रदर्शन
Protest In POK: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में लोगों को विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है. यहां के लोग पाकिस्तान की शहबाज सरकार के अत्याचारों के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं. पाकिस्तान की सेना की गोलीबारी में बुधवार को 12 प्रदर्शनकारी मारे गए थे. पीएम शहबाज शरीफ और पाक सेना प्रमुख आसिम मुनीर के निर्देश पर सेना बलपूर्वक प्रदर्शन को दबाना चाहती है लेकिन मुजफ्फाराबाद से लेकर रावलकोट, नीलम घाटी और कोटली में प्रदर्शन थमते नजर नहीं आ रहे हैं. यहां के लोग पाक की शहबाज सरकार की नीतियों और पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरकर सेना और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं और आजादी की मांग कर रहे हैं. ‘जिवे जिवे कश्मीर’, ‘हुक्मरानों देख लो, हम तुम्हारी मौत हैं’, कश्मीर हमारा है, हम इसकी तकदीर तय करेंगे, यह वतन हमारा है’, जैसे नारे इस प्रदर्शन में गूंज रहे हैं.
नवाज मीर ने पाक सरकार पर लगाए आरोप
अवामी एक्शन कमेटी के शीर्ष नेता शौकत नवाज मीर ने पीओके में पाकिस्तानी सेना के अत्याचार पर शहबाज शरीफ पर हमलवार हैं. उन्होंने शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार को ‘डायन’ बताया. नवाज मीर ने कहा कि डायन ही अपने बच्चों को निगल जाती है और ये सरकार इस वक्त अपने बच्चों को, आवाम को मारने पर उतारू है.
नवाज मीर ने पाक सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां की हुकूमत मीडिया पर पाबंदी लगा देगी ताकि यहां की आवाज बाहर न जा सके. नवाज मीर ने शहबाज शरीफ को भी आडे़ हाथों लिया और कहा कि भारत पर इल्जाम लगाने वाले खुद क्या कर रहे हैं. मुसलमान होकर भी पीओके में ये लोग किस हद तक जुल्म कर रहे हैं. नवाज ने शहबाज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आजाद कश्मीर का ढोंग करते हैं ये लोग और सच ये है कि यहां पाबंदी लगा रखी है, लोगों को अपनी बात नहीं रखने दी जा रही है.
नवाज मीर का कहना है कि पिछले 70 साल से अधिक समय से यहां के लोगों को मौलिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अब या तो मांगों को माना जाए, या फिर लोगों के गुस्से का सामना किया जाए.
शहबाज कर रहे शांति की अपील का दिखावा
एक तरफ, पाकिस्तानी सेना पीओके के लोगों पर जुल्म ढा रही है और दूसरी तरफ शहबाज शरीफ हालात पर चिंता जताने का दिखावा कर रहे हैं. वे लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. लेकिन सच ये है कि यहां हो रहे प्रदर्शन को कुचलने के लिए पाकिस्तान सेना गोलीबारी कर रही है, जिसमें 12 लोगों की मौत हो चुकी है. पाकिस्तान की गोलीबारी में 100 से ज्यादा लोग घायल भी हैं.
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क्या हैं पीओके के लोगों की मांगें?
बढ़ती महंगाई को लेकर शुरू हुआ ये प्रदर्शन अब अलग रूप ले चुका है. पीओके में प्रदर्शनकारियों की 38 प्रमुख मांगें हैं. इन मांगों में पीओके असेंबली में कश्मीरी शरणार्थियों के लिए आरक्षित 12 सीटों को खत्म करना, आईएसआई समर्थित मुस्लिम कॉन्फ्रेंस को आतंकी संगठन घोषित करने जैसी मांगें भी हैं. वहीं प्रदर्शनकारी आटा-बिजली पर सब्सिडी, टैक्स में राहत से लेकर सड़क परियोजनाओं से जुड़ी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.