2020 की कामयाबी से उत्साहित ओवैसी बिहार चुनाव में 100 सीटों पर उतारेंगे अपने उम्मीदवार, किसका खेल बिगाड़ने की है तैयारी?

Bihar Election: एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने बताया कि पार्टी का मकसद बिहार में तीसरा विकल्प तैयार करना है.
Asaduddin Owaisi

असदुद्दीन ओवैसी

Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गई है. एक ओर एनडीए और इंडी एलायंस में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है, वहीं दूसरी तरफ ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा ऐलान कर दिया है. पार्टी ने कहा कि इस बार AIMIM राज्य की 100 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, जो 2020 के मुकाबले करीब पांच गुना ज्यादा है.

तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश

AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने बताया कि पार्टी का मकसद बिहार में तीसरा विकल्प तैयार करना है. उन्होंने कहा कि एनडीए और महागठबंधन दोनों को इस बार AIMIM की मौजूदगी का एहसास होगा. इमान ने यह भी बताया कि पार्टी कुछ समान विचारधारा वाले दलों से मिलकर एक तीसरा मोर्चा (थर्ड फ्रंट) बनाने पर विचार कर रही है.

अख्तरुल इमान ने कहा कि उन्होंने पहले लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को गठबंधन का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. अब पार्टी ने अपने दम पर विस्तार करने का फैसला लिया है. गौरतलब है कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी.

2020 में 5 सीटों पर दर्ज की थी जीत

2020 के चुनाव में AIMIM ने बसपा और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था और 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी. हालांकि, 2022 में उसके चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए, जिससे अख्तरुल इमान अब पार्टी के एकमात्र विधायक बचे हैं.

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सीमांचल के क्षेत्रों में ज्‍यादा फोकस

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि AIMIM इस बार विशेष रूप से सीमांचल के क्षेत्र जैसे पूर्णिया, किशनगंज, अररिया और कटिहार में अपना जनाधार मजबूत करने की कोशिश कर रही है, जहां मुस्लिम आबादी 17% से अधिक है. हाल के दिनों में ओवैसी ने इन इलाकों में लगातार रैलियां कर अपनी सक्रियता भी बढ़ाई है.

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