Naxal Surrender: मेगा सरेंडर से पहले नक्सलियों की पहली तस्वीर आई सामने, हथियार लेकर जंगल से निकलते दिखे

Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ जंग हर दिन तेज होता जा रहा है.इस बीच छत्तीसगढ़ में देश का सबसे बड़ा नक्सल सरेंडर होने जा रहा है. कल जगदलपुर में 140 से अधिक नक्सली सरेंडर करने जा रहे हैं. वहीं इसी बीच भैरमगढ़ में इंद्रावती के उस पार अबूझमाड़ के जंगलों से बाहर निकलते नक्सलियों की पहली तस्वीर सामने आई है.
Naxali Surrender

नक्सलियों की तस्वीर आई सामने

Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ जंग हर दिन तेज होता जा रहा है. इस बीच छत्तीसगढ़ में देश का सबसे बड़ा नक्सल सरेंडर होने जा रहा है. कल जगदलपुर में 140 से अधिक नक्सली सरेंडर करने जा रहे हैं. वहीं इसी बीच भैरमगढ़ में इंद्रावती के उस पार अबूझमाड़ के जंगलों से बाहर निकलते नक्सलियों की पहली तस्वीर सामने आई है.

जगदलपुर में कल नक्सलियों का सबसे बड़ा सरेंडर

छत्तीसगढ़ के लिए दिवाली इस बार शांति और अहिंसा का संदेश लेकर आई है.महाराष्ट्र में एक दिन पहले नक्सलियों के पोलित ब्यूरो सदस्य सोनू समेत 60 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया.अब जगदलपुर में देश का सबसे बड़ा नक्सल सरेंडर होने जा रहा है.दंडकारण्य जोनल कमेटी के प्रवक्ता रुपेश के नेतृत्व में 140 नक्सली जगदलपुर में सरेंडर करेंगे.इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा मौजूद रहेंगे.इससे पहले महाराष्ट्र में नक्सलियों की पोलित ब्यूरो के सदस्य सोनू दादा ने 60 नक्सलियों के साथ सरेंडर किया है.अब छत्तीसगढ़ में भी नक्सलियों का सबसे बड़ा सरेंडर होने जा रहा है.

हथियार लेकर जंगल से निकलते दिखे नक्सली

जगदलपुर में होने वाले मेगा नक्सल सरेंडर की सबसे पहली तस्वीर सामने आई है. जिसमें वे हथियार लेकर जंगल से बाहर आते नजर आ रहे हैं. बता दें कि भैरमगढ़ में इंद्रावती के उस पार अबूझमाड़ के जंगलों में ये नक्सली इकट्ठा हुए हैं. सालों तक इन जंगलों में हथियार लेकर घूमने वाले 100 से ज्यादा नक्सली अब मुख्यधारा में लौट रहे हैं.

लाल कालीन बिछाकर करेंगे नक्सलियों का स्वागत

नक्सलियों के सरेंडर पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगले 15 घंटे में नक्सलियों का मेगा सरेंडर कार्यकम होने वाला है. बड़ी संख्या में नक्सली जगदलपुर में सरेंडर करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि लाल कालीन बिछाकर उनका स्वागत करेंगे.

नक्सलवाद के खात्मे की तारीख तय

छत्तीसगढ़ समेत देशभर से नक्सलवाद के खात्मे की तारीख 31 मार्च 2026 तय की गई है.इस तारीख के करीब आते ही बड़े पैमाने पर नक्सली सरेंडर कर रहे हैं.ऐसे में बस्तर के लिए यह दिवाली बेहद खास होने जा रही है.बस्तर के बीहड़ों से भी शांति और अहिंसा का संदेश सुनाई दे रहा है.ऐसे में यही उम्मीद की जा सकती है कि नक्सली लाल आतंक का रास्ता छोड़कर जल्द से जल्द मुख्यधारा में शामिल भी हों.बस्तर समेत देश के अन्य राज्यों से नक्सलवाद खत्म भी हो.

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