153 हथियार, 110 महिला नक्सली…210 नक्सलियों का सरेंडर, उत्तर बस्तर और अबूझमाड़ से खत्म हुआ नक्सलवाद

Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ के नक्सल इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा नक्सली सरेंडर हुआ. जहां 210 नक्सलियों ने जगदलपुर में आयोजित कार्यक्रम में सरेंडर किया.
Naxal Surrender

208 नक्सलियों का सरेंडर

Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ के नक्सल इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा नक्सली सरेंडर हुआ. जहां 210 नक्सलियों ने जगदलपुर में आयोजित कार्यक्रम में सरेंडर किया. वहीं बस्तर में नक्सली संगठन के प्रवक्ता और सेंट्रल कमेटी मेंबर सतीश उर्फ टी वासुदेव राव उर्फ रूपेश के नेतृत्व में ये सब सामने आए थे.

110 महिला नक्सली समेत 210 ने छोड़ा लाल आतंक का साथ

जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है, उनमें से एक सीसीएम कैडर, डीकेएसजेडसी 4 कैडर, क्षेत्रीय समिति सदस्य 1 कैडर, डीवीसीएम 21 कैडर, एसीएम स्तर के 61 कैडर, पार्टी सदस्य 98 कैडर और पीएलजीए सदस्य, आरपीसी सदस्य 22 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वालों में 110 महिला नक्सली और 98 पुरुष नक्सली शामिल हैं.

153 खतरनाक हथियारों के साथ सरेंडर

दंडकारण्य अभियान के दौरान कुल 153 हथियार आत्मसमर्पण किए गए, जिनमें 19 एके-47 राइफलें, 17 एसएलआर राइफलें, 23 इंसास राइफलें, 1 इंसास एलएमजी, 36 .303 राइफलें, चार कार्बाइन, 11 बीजीएल लांचर, 41 बारह-बोर/सिंगल-शॉट बंदूकें और एक पिस्तौल शामिल हैं.

‘अबूझमाड़ और उत्तरी बस्तर नक्सलमुक्त’

अमित शाह ने कहा, “यह बेहद खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ और उत्तरी बस्तर, जो कभी आतंकवादियों के गढ़ हुआ थे थे, आज नक्सली आतंक से मुक्त घोषित कर दिए गए हैं. अब दक्षिणी बस्तर में नक्सलवाद का नामोनिशान बचा है, जिसे हमारे सुरक्षा बल जल्द ही मिटा देंगे.”

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