Naxal Surrender: ‘लाल आतंक’ का रास्ता छोड़ मुख्यधारा से जुड़े 21 नक्सली, पुलिस के सामने किया सरेंडर

Naxali Surrender: छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन अभियान को एक और बड़ी सफलता मिली है. हाल ही में 210 नक्सलियों के सामूहिक आत्मसमर्पण के बाद अब फिर से बड़ी संख्या में नक्सलियों ने हथियार डाले. जहां 2 दिन पहले बर्रेबेड़ा के जंगल से निकलकर 21 नक्सली पुलिस के पास आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे.
Naxal Surrender

21 नक्सलियों ने किया सरेंडर

Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में रविवार को 21 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में इन 8 पुरुष और 13 महिला माओवादी शामिल हैं. जंगल से निकलकर सभी नक्सली सरेंडर करने कांकेर पहुंचे.

जहां रेड कारपेट पर संविधान की प्रति देकर पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सरेंडर नक्सलियों का स्वागत किया. इस मौके पर आईजी पी सुंदरराज, कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर, एसपी आई कल्याण एलिसेला समेत केंद्रीय सुरक्षा बल के अधिकारी मौजूद रहे.

21 नक्सलियों ने किया सरेंडर

इनमें DVCM, ACM कैसे कैडर के नक्सली हैं. सरेंडर करने वालों में DVCM सेक्रेटरी मुकेश भी शामिल है. ये सभी नॉर्थ सब जोनल ब्यूरो में सक्रिय थे. सभी नक्सली अपने साथ AK-47, इंसास, SLR जैसे 18 ऑटोमैटिक हथियार भी लाए.

13 महिला और 08 पुरुष नक्सली शामिल

आत्मसमर्पण करने वालों में 13 महिला कैडर और 08 पुरुष कैडर हैं, जिन्होंने सशस्त्र और हिंसक विचारधारा से स्वयं को अलग कर शांति और प्रगति के मार्ग को अपनाया है.

अंत की ओर लाल आतंक

नक्सलवाद के खिलाफ सरकार को लगातार सफलता हाथ लग रही है. आए दिन बड़े-बड़े नक्सली लाल आतंक का साया छोड़कर मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं और एक बेहतर भविष्य की ओर अपना रुख अपना रहे हैं. नक्सलवाद के खिलाफ मिल रहीं लगातार ये सफलताएं साफ संदेश दे रही हैं, कि नक्सलवाद अपनी आखिरी सांसे गिन रहा है.

इसके पहले 210 नक्सलियों ने किया था सरेंडर

बता दें कि इसके पहले 17 अक्टूबर को बस्तर पुलिस लाइन ग्राउंड में 210 नक्सलियों ने सामूहिक सरेंडर किया था. इस ऐतिहासिक अवसर पर सभी सरेंडर नक्सलियों का फूलों और संविधान की पुस्तक के साथ स्वागत किया गया. मुख्यमंत्री सीएम साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा और डिप्टी सीएम अरुण साव ने भी इसका हिस्सा बनकर नक्सलियों का स्वागत किया था.

इस मौके पर वरिष्ठ माओवादी नेताओं सहित केंद्रीय समिति सदस्य रुपेश उर्फ सतीश, भास्कर उर्फ राजमन मंडावी, रनिता, राजू सलाम, धन्नू वेट्टी उर्फ संतू और क्षेत्रीय समिति सदस्य रतन एलम ने भी आत्मसमर्पण किया था. उन्होंने 153 हथियार भी सुरक्षा बलों को सौंपे थे, जिनमें 19 AK-47, 17 SLR, 23 INSAS, 1 INSAS LMG, 36 .303 राइफलें, 4 कार्बाइन और 11 बैरल ग्रेनेड लॉन्चर शामिल थे.

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