The Taj Story Release Date: कब रिलीज होगी परेश रावल की फिल्म ‘द ताज स्टोरी’? मेकर्स ने किया ऐलान

The Taj Story controversy: फिल्म में परेश रावल, विष्णु दास के किरदार में नजर आएंगे. फिल्‍म में विष्णु ताजमहल के पीछे की सच्चाई को उजागर करने का संकल्प लेते हैं.
The Taj Story Release Date

द ताज स्टोरी रिलीज डेट

The Taj Story Release Date: परेश रावल की नई फिल्म ‘The Taj Story’ सिनेमाघरों में धूम मचाने के लिए आ रही है. ताज महल के इतिहास पर आधारित इस फिल्‍म ‘द ताज स्टोरी’ को लेकर फैंस में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. ट्रेलर रिलीज के बाद से ही फैंस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. हालांकि, अब फैंस का इंतजार खत्म होने वाला है. मेकर्स ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए फिल्म की रिलीज डेट का ऐलान कर दिया है.

मेकर्स ने दिया अपडेट

मेकर्स ने अपने इंस्टाग्राम पर फिल्म का पोस्टर शेयर किया है. उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘ताजमहल, मुगल वास्तुकला या भारतीय वास्तुकला?? जब न्याय का तराजू 400 वर्षों के इतिहास के विरुद्ध तौला जाता है’. कुछ समय पहले मेकर्स ने फिल्म का ट्रेलर भी रिलीज किया था. दो मिनट के ट्रेलर में फिल्म की कहानी एक दिलचस्प झलक पेश करती दिखी, जिसमें ताजमहल से जुड़ी धारणाओं पर सवाल उठाए गए. हालांकि, इसको लेकर विवाद भी देखने को मिल रहा है और रिलीज से पहले ही फिल्म का कई जगहों पर विरोध भी हुआ है.

इस दिन रिलीज होगी फिल्‍म

ताज महल के 400 साल पुराने इतिहास को दर्शाती ये फिल्‍म 31 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी. फिल्म में परेश रावल मुख्य भूमिका निभाते नजर आएंगे. वहीं, जाकिर हुसैन इसमें खलनायक की भूमिका निभाते नजर आएंगे. परेश और जाकिर के अलावा फिल्म में अमृता खानविलकर, स्नेहा वाघ और नमित दास भी अहम किरदारों में दिखेंगे

फिल्‍म की कहानी

फिल्म में परेश रावल, विष्णु दास के किरदार में नजर आएंगे. फिल्‍म में विष्णु ताजमहल के पीछे की सच्चाई को उजागर करने का संकल्प लेते हैं. ट्रेलर की शुरुआत हिंदू गाइड विष्णु दास के ताजमहल को अपना मंदिर कहने से होती है, जिसके बाद टूरिस्ट उनसे सवाल करते हैं कि क्या वास्तव में यह स्मारक मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बनवाया गया मकबरा है या एक प्राचीन मंदिर.

ये भी पढ़ें: South OTT Release This Week: Kantara से लेकर Lokah तक…इस हफ्ते रिलीज होंगी साउथ सिनेमा की ये धांसू फिल्में

मामले तब बिगड़ता है जब मकबरे और मंदिर के बीच का ये विवाद अदालत तक पहुंच जाता है. जहां रावल स्मारक के परीक्षण की मांग करते हैं ताकि इस पर सटीक जानकारी मिल सके.

ज़रूर पढ़ें