CG News: बलरामपुर में युवक की मौत पर परिजनों का प्रदर्शन, पूर्व कैबिनेट मंत्री और सर्व आदिवासी समाज के नेतृत्व में घेरा IG दफ्तर
बलरामपुर में युवक की मौत पर प्रदर्शन
CG News: बलरामपुर जिले के साइबर सेल पुलिस की हिरासत में सीतापुर क्षेत्र निवासी उमेश सिंह नाम युवक की मौत मामले में अंबिकापुर में आज जमकर हंगामा हुआ है. उमेश के परिजनों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत और आम आदमी पार्टी, सर्व आदिवासी समाज के नेताओं के नेतृत्व में आईजी दफ्तर के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया है.
पुलिस कस्टडी में मारपीट से मौत का आराेप
परिजनों ने आरोप लगाया है कि उमेश की मौत पुलिस कस्टडी में मारपीट की वजह से हुई. इस घटना में शामिल पुलिस कर्मियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया जाए और दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए, लेकिन परिजनों और पुलिस अधिकारियों के बीच लंबी चर्चा के बावजूद इसका कोई हल नहीं निकला. इसके बाद परिजन वापस लौट गए. वहीं घटना के आज तीसरे दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने परिजन को उमेश की लाश नहीं सौंपी है. ऐसा इसलिए क्योंकि परिवार वालों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती है वह उमेश के शव को अंतिम संस्कार के लिए नहीं लेंगे.
क्या है पूरा मामला?
सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत नकना निवासी 19 वर्षीय उमेश सिंह को बलरामपुर जिले की पुलिस ने शुक्रवार को हिरासत में लिया था. पुलिस उमेश के साथियों को भी पूछताछ के लिए बलरामपुर लेकर गई थी, लेकिन पुलिस कस्टडी में ही बलरामपुर में उमेश की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि उमेश पहले से ही बीमार था. उसके बाद उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया. जहां उसने दम तोड़ दिया क्योंकि वह सिकल सेल से पीड़ित था.
तीसरे दिन भी नहीं हुआ शव का अंतिम संस्कार
दूसरी तरफ परिजनों कहना है कि जब उसे हिरासत में पुलिस लेकर जा रही थी तब उसके साथ बेदम मारपीट की गई थी और उसके साथियों को साथ भी पुलिस ने काफी मारपीट की थी और इसी वजह से उसकी मौत हुई है. इसके बाद परिवार के लोग आप अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और लाश नहीं ले रहे हैं. तीसरे दिन बाद भी मृतक के शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है.
मामले की मजिस्ट्रियल जांच शुरू
परिजनों और उनके समर्थकों से मुलाकात के बाद सरगुजा रेंज के आईजी दीपक गर्ग ने बताया कि पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है और परिवार के लोग अपना सभी बयान जज के सामने दे सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि परिवार वालों की पूरी मांग उन्होंने सुनी है लेकिन अब क्योंकि न्यायिक जांच चल रही है तो कार्यवाही जांच के बाद ही होगी. हालांकि, उन्होंने लाश को नहीं लेने के सवाल पर कहा कि परिवार वालों को समझाया गया है कि वे उमेश की लाश को ले जाएं, लेकिन अब आने वाले समय में सब कुछ स्पष्ट हो पाएगा.