‘महतारी वंदन योजना में अब नाम कटने की प्रक्रिया शूरू…’, धनेंद्र साहू ने सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता धनेंद्र साहू
CG News: छत्तीसगढ़ में चल रही महतारी वंदन योजना की 21वीं किस्त जारी होने के बाद अब हर महिला का सत्यापन किया जा रहा है. इसके लिए E-KYC जांच के आदेश दिए गए हैं. अगर 22वीं किस्त आने से पहले ये काम पूरा नहीं किया, तो आपके खाते में पैसे आएंगे. वहीं इसे लेकर प्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई है. जहां पूर्व पीसीसी अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए इसे महतारी वंदन योजना में अब नाम कटने की प्रक्रिया बता दिया है.
अब नाम कटने की प्रक्रिया शूरू – धनेंद्र साहू
पूर्व पीसीसी अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने महतारी वंदन योजना की 21वीं किस्त जारी होने के बाद शुरू हुए सत्यापन अभियान को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि महतारी वंदन एकमात्र योजना चल रही थी. अब नाम काटने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. घोषणापत्र जारी हुआ था तो कहा गया था, कलेक्टर की पत्नी को भी इसका लाभ मिलेगा, लेकिन अब नए नियम लाकर संख्या घटाई जा रही है. यह योजना भी एक साल में बंद हो जाएगी.
ये कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता – अरूण साव
वहीं कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए डिप्टी CM अरूण साव ने कहा कि ठगने वाले और धोखा देने वाले लोगों को ऐसा ही नजर आता है. कांग्रेस ने वादा किया था ₹500 हर महीना देंगे 5 साल तक दे नहीं पाए. आज विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार 21 किस्तें महतारियों को दे चुकी है. उसके बाद सरकार की नियत पर प्रश्न चित होना उठाना कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है.
महतारी वंदन योजना में E-KYC जरूरी
दरअसल, राज्य सरकार ने महतारी वंदन योजना में बड़ा बदलाव करते हुए 22वीं किस्त मिलने से पहले सभी महिलाओं के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया है. योजना के असली लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए अब राज्य की 69.26 लाख महिलाओं का आधार और बायोमेट्रिक सत्यापन किया जा रहा है. अगर लाभार्थी अपना आधार और बायोमेट्रिक विवरण जमा नहीं करते हैं, तो उनके खातों में धनराशि आना बंद हो जाएगी.