Himanchal Politics: हिमाचल सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दिया इस्तीफा, कहा- ‘मंत्री के तौर पर अपमानित किया गया’
Himanchal Politics: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर अब संकट और बढ़ गया है. मौजूदा सरकार में मंत्री और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा दे दिया है. वहीं बीजेपी की राज्यसभा चुनाव में जीत के बाद अब राजनीतिक घटना क्रम तेजी से बदलने लगे हैं. वहीं कांग्रेस ने अपने दो प्रवेक्षकों को हिमाचल प्रदेश भेजा है.
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “जो वास्तविक परिस्थितियां है उसके बारे में मैंने पार्टी हाईकमान को अवगत कराया है. अब गेंद उनके पाले में है, अब उन्हें फैसला लेना है कि उनका कदम क्या होगा. आने वाले समय में जो भी होगा वह पार्टी हाईकमान के साथ विचार-विमर्श करके किया जाएगा. मुझे पूरा विश्वास है कि जो भी फैसला लिया जाएगा वह संगठन, पार्टी और इस राज्य के लोगों के व्यापक हित में लिया जाएगा.”
#BreakingNews: कांग्रेस को हिमाचल में बड़ा झटका, वीरभद्र सिंह के बेटे हिमाचल सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा, कहा- पिता के आदर्शो का सम्मान नही हुआ..#BreakingNews #HimachalPradesh #Congress #SukhvinderSinghSukhu #RajyaSabhaElections… pic.twitter.com/8y4YPTgs79
— Vistaar News (@VistaarNews) February 28, 2024
विक्रमादित्य सिंह ने कहा, ‘विधायकों के साथ कहीं न कहीं अनदेखी हुई है, विधायकों की आवाज दबाने की कोशिश की गई है जिसके कारण हम आज इस कगार पर खड़े हैं. लगातार इन विषयों को पार्टी नेतृत्व के समक्ष भी उठाया गया है, लेकिन उसका जिस तरह से सरोकार लेना चाहिए था, वो नहीं लिया गया.’
मंत्री के तौर पर अपमानित किया गया- विक्रमादित्य सिंह
उन्होंने कहा, ‘मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे एक मंत्री के तौर पर अपमानित करने का काम किया गया है, जिस तरह के संदेश विभाग में भेजे जाते हैं, हमें कमजोर करने की कोशिश की गई. सरकार सभी के सामूहिक प्रयास से बनी थी. मैं किसी भी दबाव में नहीं आने वाला.’
ये भी पढ़ें: Himanchal Politics: हिमाचल में बजट सत्र के दौरान BJP के 14 विधायक सस्पेंड, पूर्व सीएम जमराम ठाकुर भी शामिल
हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री ने कहा है कि हमने पार्टी का हमेशा साथ दिया है. मैं आज सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि वर्तमान समय में मेरा इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है. मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं.