नक्सली कमांडर हिड़मा के ढेर होने पर सियासत तेज, भूपेश बघेल बोले- नक्सली हमारी सरकार में कमजाेर हुए थे
पूर्व सीएम भूपेश बघेल
Madvi Hidma Encounter: छत्तीसगढ़ के कुख्यात नक्सली कमांडर हिड़मा के मार गिराए जाने की सूचना के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हिड़मा की मौत को नक्सलियों की कमर तोड़ने वाला कदम बताया है. उन्होंने कहा कि हिड़मा बड़ा और प्रभावशाली आदिवासी नेता था, जिसकी जमीनी पकड़ बेहद मज़बूत थी. उसकी मौत से जवानों को बड़ी सफलता मिली है. उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार नक्सलमुक्त गांव को एक करोड़ रुपए क्यों नहीं दे रही है. बघेल ने कहा कि पांच साल में बीजेपी के नेता हमारी सरकार से सवाल नहीं पूछ पाए. नक्सली हमारी सरकार में कमजोर हुए थे. राज्य सरकार आदिवासियों को मजबूत करने का काम करे, क्योंकि उद्योगपतियों की नजर बस्तर की जमीन पर है.
पूर्व सीएम टीएस सिंहदेव ने भी दी प्रतिक्रिया
वहीं नक्सली नेता हिड़मा की मौत पर पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि हिड़मा नक्सलियों का बड़ा लीडर था और उसकी मौत एक अहम उपलब्धि है. लगातार कार्रवाई चल रही है और कई नक्सली हथियार डाल रहे हैं. हिंसा का रास्ता अपनाने वालों का अंत भी हिंसक ही होता है. झीरम घाटी केस पर पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा कि हिड़मा का नाम इसमें जुड़ा था, लेकिन अभी बहुत कुछ बाकी है. जांच तो हुई ही नहीं. यह नक्सली हमला नहीं बल्कि प्रायोजित घटना थी. जब तक पूरी सच्चाई सामने नहीं आएगी, न्याय नहीं मिलेगा.
नक्सल मुद्दे पर बीजेपी द्वारा क्रेडिट लेने के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि अगर पिछले दो साल में कार्रवाई तेज हुई है तो प्रमाण सामने हैं, लेकिन नक्सलवाद खत्म करने की प्रक्रिया पिछले एक दशक से चल रही है. कांग्रेस सरकार में भी कई बड़े एनकाउंटर हुए थे. सिल्गेर की घटना भी उसी समय की है. श्रेय लेने की राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र की संयुक्त कार्रवाई जारी है और मार्च 2026 से पहले भी नक्सलवाद खत्म हो सकता है. अगर ग्राउंड पर जुड़े लोग कहें कि गतिविधियां रुक गई हैं तो हम खुशी से स्वीकार करेंगे कि नक्सलवाद समाप्त हो चुका है.
पूर्व विधायक विकास उपाध्यााय ने जवानों को दी बधाई
सुरक्षा बलों और नक्सली मुठभेड़ में हिड़मा के मार गिराए जाने की सूचना के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि सीआरपीएफ और जवानों को बधाई. उन्होंने कांग्रेस सरकार के पांच साल के कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि सुरक्षा और शिक्षा के क्षेत्र में कांग्रेस ने मजबूत काम किया था, जिसका असर आज दिखाई दे रहा है. कांग्रेस ने बस्तर के लोगों को विश्वास दिलाया, रोजगार और शिक्षा पर काम किया, जिससे नक्सलियों का मनोबल टूटा. आज की सरकार कांग्रेस के कामों को आगे बढ़ा रही है.
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गृह मंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों से पुनर्वास की अपील की
इस बीच, गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर सुकमा और कोंटा से लगे इलाके में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई है. कुछ नक्सलियों के न्यूट्रलाइज होने की सूचना है. उन्होंने बताया कि सीसी मेंबर हिड़मा, उसकी पत्नी और चार साथियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी. हिड़मा के न्यूट्रलाइज होने की पुष्टि की प्रक्रिया जारी है. तकनीकी आधार पर जांच चल रही है. आंध्र प्रदेश पुलिस और CRPF की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की है. गृह मंत्री ने नक्सलियों से पुनर्वास की अपील की और कहा कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद समाप्त करने का लक्ष्य है.