DGP-IGP Conference: 3 दिनों में होंगे 8 सत्र, पहले दिन 2 सेशन, 6 सत्रों में शामिल होंगे PM मोदी

DGP-IGP Conference: रायपुर में आज से डीजीपी-आईजीपी कॉन्फ्रेंस(DGP-IGP Conference) की शुरूआत होने जा रही है. इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत देशभर के पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हो रहे हैं.
DGP-IG Conference

डीजीपी-IG कॉन्फ्रेंस

DGP-IGP Conference: रायपुर में आज से डीजीपी-आईजीपी कॉन्फ्रेंस(DGP-IGP Conference) की शुरूआत होने जा रही है. इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत देशभर के पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हो रहे हैं. 

वहीं 3 दिनों तक चलने वाले इस कॉन्फ्रेंस में कुल 8 सत्र होंगे. इसमें आज 2, 29 नवंबर को 4 और 30 नवंबर को 2 सत्र होंगे. UHM अमित शाह बैठक के 8 सत्रों में और PM मोदी 6 सत्रों में शामिल होंगे.

DGP-IGP कॉन्फ्रेंस के पहले दिन का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम

IIM में हो रहे DGP-IGP कॉन्फ्रेंस के लिए आज का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम जारी किया गया है. जहां 3:20-03:40 बजे का गृहमंत्री का संबोधन होगा. 3:40-03:45 बजे विशेष निदेशक, आईबी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन सौंपेंगे. 03:45-03:55 बजे पदक विजेताओं के साथ समूह फोटोग्राफ होगा, इसके बाद दोपहर 03:55- शाम 04:30 बजे- हाई टी फिर शाम 04:45-05:45 बजे- राष्ट्रीय सुरक्षा ‘वामपंथी उग्रवाद क्षेत्रों के लिए व्यापक रणनीतियों’ पर चर्चा होगी. 05:45-06:45 बजे उभरती चुनौतियों, फिर क्षमताएं आपदा प्रबंधन में पुलिस एवं नागरिक सुरक्षा’ पर चर्चा के बाद रात 08:10-09:10 बजे डिनर होगा. रात 09:10-10 :10 बजे प्रतिभागियों के साथ केंद्रीय गृह सचिव की बातचीत होगी. अगले दिन प्रस्तुति के लिए निर्धारित विषयों पर चर्चा हेतु ब्रेकआउट सत्र का आयोजन होगा.

29 और 30 नवंबर को कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे PM मोदी

जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी 29-30 नवंबर को रायपुर में डीजीपी-आईजीपी कॉन्फ्रेंस सम्मेलन में शामिल होंगे. विकसित भारत: सुरक्षा आयाम’ विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में वामपंथी उग्रवाद, आतंकवाद निरोध, आपदा प्रबंधन, महिला सुरक्षा और पुलिसिंग में फोरेंसिक विज्ञान एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग जैसे प्रमुख सुरक्षा मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होगी. प्रधानमंत्री विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक भी प्रदान करेंगे.

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2000 से ज्यादा जवान तैनात

सुरक्षा व्यवस्था का ढांचा बहुस्तरीय है, जिसमें जमीनी तैनाती, आकाशीय निगरानी और रियल–टाइम रूट ऑब्जर्वेशन को एकीकृत किया गया है. तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन के लिए 2000 से अधिक पुलिसकर्मी और स्पेशल यूनिट्स को लगाया गया है. इनमें 38 वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, जो आईपीएस और एसपीएस श्रेणी के हैं और विभिन्न सेक्टरों में तैनाती, मार्ग नियंत्रण तथा वीवीआईपी मूवमेंट की निगरानी की कमान संभाल रहे हैं. इनके साथ रायपुर एवं नवा रायपुर के विभिन्न थानों के एसएचओ और प्रशिक्षित कॉन्स्टेबल बल भी तैनात हैं

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