MMC जोन के प्रवक्ता अनंत ने 11 नक्सलियों के साथ किया सरेंडर, विस्तार न्यूज के रिपोर्टर संजय ठाकुर ने की मध्यस्थता

सरेंडर से पहले नक्सली प्रवक्ता अनंत ने विस्तार न्यूज के रिपोर्टर से संपर्क किया था. विस्तार न्यूज के माध्यम से अनंत ने अपने साथियों के साथ सरेंडर कर दिया.
Naxalite spokesperson Anant surrendered along with his 11 associates.

नक्सली प्रवक्ता अनंत ने अपने 11 साथियों के साथ सरेंडर किया.

Naxalite spokesperson Anant surrenders: MMC जोन से ऑडियो मैसेज जारी करने वाले नक्सली प्रवक्ता अनंत भी अब मुख्य धारा से जुड़ने जा रहा है. नक्सली अनंत ने 11 साथियों के साथ सरेंडर कर दिया है. सरेंडर से पहले नक्सली प्रवक्ता अनंत ने विस्तार न्यूज के रिपोर्टर संजय ठाकुर से संपर्क किया था. विस्तार न्यूज के माध्यम से अनंत ने अपने साथियों के साथ सरेंडर कर दिया है.

विस्तार न्यूज के रिपोर्टर को बुलाया था महाराष्ट्र

विस्तार न्यूज के रिपोर्टर संजय ठाकुर के साथ नक्सली अनंत अपने 11 साथियों के साथ जंगलों से बाहर निकला. अनंत ने संजय ठाकुर को बस्तर से महाराष्ट्र बुलाया था. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर मौजूद नक्सलियों ने विस्तार न्यूज के माध्यम से सरेंडर कर दिया है.

सरेंडर से पहले अनंत ने जारी किया था लेटर

MMC(महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़) जोन के नक्सली प्रवक्ता अनंत ने सरेंडर से पहले एक लेटर जारी किया था. अनंत ने अपने लेटर में 1 जनवरी 2026 को हथियार बन्द संघर्ष विराम को अंजाम देने की बात कही थी. उस समय नक्सली प्रवक्ता ने कहा था कि एक-एक करके समर्पण ना करें. सब एक साथ जाएंगे. नक्सल प्रवक्ता ने ये भी कहा था कि हथियार छोड़ने का मतलब जनता के साथ धोखा या गद्दारी नहीं है, बल्कि यह समय संघर्ष के लिए उचित नहीं है, क्योंकि हथियार एक साध्य है साधन नहीं.

नक्सली प्रवक्ता अनंत ने तीन राज्यों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा था. इसमें उसने कहा था कि जो सरकार उन्हें ज्यादा तवज्जों देगी, उसी सरकार के साथ जाएंगे

PM मोदी, गृह मंत्री छत्तीसगढ़ में हैं

जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह रायपुर में मौजूद हैं. वहीं दूसरी ओर नक्सली के बड़े प्रवक्ता अनंत अपने 11 साथियों के साथ सरेंडर कर दिया. इससे साफ पता चलता है कि गृहमंत्री शाह के नक्सली खात्मे का अभियान तेजी से आगे निकल चुका है. शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सली खात्मे की डेड लाइन दी है. जिस तरह से नक्सलियों का सरेंडर हो रहा है और नक्सली मारे जा रहे हैं. इससे साफ तौर पर लगता है कि डेड लाइन के अंदर ही नक्सलियों का खात्मा हो जाना चाहिए.

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