बीजापुर मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर, 3 जवान शहीद, CM साय बोले- जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा

Bijapur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई है. इस मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर हो गए हैं, जबकि 3 जवान शहीद हो गए हैं. इस मुठभेड़ पर CM विष्णु देव साय की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
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बीजापुर नक्सल मुठभेड़ पर CM विष्णु देव साय की प्रतिक्रिया

Bijapur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई है. इस मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर हो गए हैं, जबकि 3 जवान शहीद हो गए हैं. इस मुठभेड़ पर CM विष्णु देव साय की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.

बीजापुर में 12 नक्सली ढेर

बीजापुर जिले के गंगालूर इलाके में नक्सलियों और DRG, STF और CoBRA टीम के जवानों के बीच मुठभेड़ हो गई है. इस मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर हो गए हैं. सभी के शव भी बरामद कर लिए गए हैं. वहीं, 3 DRG जवान शहीद भी हो गए हैं. साथ ही दो जवान घायल भी हुए हैं. दोनों जवानों का इलाज जारी है और खतरे से बाहर हैं.

बीजापुर नक्सली मुठभेड़ को लेकर CM विष्णु देव साय ने कहा- ‘बीजापुर जिले में चल रहे नक्सल-विरोधी अभियान में आज हमारे वीर सुरक्षाबलों ने 12 माओवादियों को न्यूट्रलाइज किया है. क्षेत्र में लगातार सर्च और कॉम्बिंग ऑपरेशन जारी है.’

CM साय ने शहीद जवानों की दी श्रद्धांजलि

CM साय ने आगे कहा- ‘इस मुठभेड़ में DRG बीजापुर के प्रधान आरक्षक मोनू वडड़ी, आरक्षक दुकारू गोंडे और आरक्षक रमेश सोड़ी ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. मैं इन वीर जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. ईश्वर से प्रार्थना है कि शोक-संतप्त परिजनों को यह असहनीय दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें और दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें.’

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उन्होंने आगे कहा- ‘मुठभेड़ में घायल अन्य दो जवान खतरे से बाहर हैं. उनके समुचित उपचार की व्यवस्था की गई है. मैं उनके शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूं. हमारे जवानों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. हमारे जांबाजों की यह बहादुरी और सफल कार्रवाई इस बात का स्पष्ट संकेत है कि लाल आतंक का अंत अब बहुत निकट है. हमारी सरकार और हमारे सुरक्षाबल ‘माओवाद के पूर्ण खात्मे’ के संकल्प पर दृढ़ता से अडिग हैं. जब तक बस्तर के अंतिम गांव तक शांति, सुरक्षा और विकास का प्रकाश नहीं पहुंच जाता, तब तक हमारा यह अभियान निरंतर जारी रहेगा. जय हिंद.’

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