कौन हैं हीराबाई झरेका बघेल? जिन्हें मिला राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छत्तीसगढ़ की हीराबाई झरेका बघेल को राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार से सम्मानित किया
CG News: नई दिल्ली के विज्ञान भवन में मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की हीराबाई झरेका बघेल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार से सम्मानित किया. हीराबाई को ये सम्मान ढोकरा कला की अनूठी शिल्पकारी के लिए दिया गया. सीएम विष्णुदेव साय ने इसे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का क्षण बताया है.
मुख्यमंत्री ने हीराबाई झरेका बघेल को दी बधाई
सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करके सीएम विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार से सम्मानित हीराबाई झरेका बघेल को बधाई दी है. उन्होंने लिखा कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की ढोकरा–बेलमेटल शिल्पकार हीराबाई झरेका बघेल को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार से सम्मानित किया जाना पूरे छत्तीसगढ़ के लिए अत्यंत गर्व का क्षण है.
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की ढोकरा–बेलमेटल शिल्पकार श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी द्वारा राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार से सम्मानित किया जाना पूरे छत्तीसगढ़ के लिए अत्यंत गर्व का क्षण है।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) December 9, 2025
वनांचल ग्राम पंचायत बैगीनडीह… pic.twitter.com/wcA2zpjzjw
उन्होंने आगे लिखा कि वनांचल ग्राम पंचायत बैगीनडीह से निकलकर अपनी अनूठी धातुकला से देशभर में छत्तीसगढ़ की पहचान को नई ऊंचाई देने वाली बघेल की यह उपलब्धि हमारी समृद्ध लोककला, परंपरा और ग्रामीण प्रतिभा की चमक को राष्ट्रीय मंच पर पुनः स्थापित करती है. यह छत्तीसगढ़ के हर शिल्पकार का सम्मान है. हमारी सरकार कला-संरक्षण, प्रशिक्षण और बाजार विस्तार के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है. हीराबाई झरेका बघेल को हार्दिक बधाई और उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं.
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कौन हैं हीराबाई झरेका बघेल?
हीराबाई झरेका बघेल सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की वनांचल ग्राम पंचायत बैगीनडीह गांव की रहने वाली हैं. वे ढोकरा कला की शानदार शिल्पकार हैं. उन्होंने अपने पिता भुलाऊ झरेका और पति मिनकेतन बघेल से ये कला सीखी है. साल 2011-12 के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने भी उन्हें सम्मानित किया.