Pokhran Field Firing Range: पीएम मोदी बोले- ‘हमने तीनों सेनाओं का पराक्रम देखा, चारों दिशाओं में गूंजा विजय घोष’

Pokhran Field Firing Range: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कल भारत ने एमआईआरवी तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि-5 मिसाइल का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया.
PM Narendra Modi

पीएम नरेंद्र मोदी

Pokhran Field Firing Range: राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में त्रि-सेवा अभ्यास ‘भारत शक्ति-2024’ युद्धाभ्यास किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित त्रि-सेवा अभ्यास में हिस्सा लिया. इसके दौरान उनके साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा, “आज हमने यहां अपनी तीनों सेनाओं के जो पराक्रम देखा. वह अद्भूत है. आसमान में ये गरजना, जमीन पर ये जाबाजी, चारों दिशाओं में गूंजता ये विजय घोष,ये नए भारत का आह्वान है.”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज हमारा पोखरण एक बार फिर भारत की आत्मनिर्भरता, भारत के आत्मविश्वास और भारत के आत्मगौरव की त्रिवेणी का साक्षी बना है. यही पोखरण है, जो भारत की परमाणु शक्ति का साक्षी रहा है और यहीं पर हम आज स्वदेशीकरण से सशक्तिकरण का दम भी देख रहे हैं. विकसित भारत की कल्पना, आत्मनिर्भर भारत के बिना संभव नहीं है. भारत को विकसित होना है, तो हमें दूसरों पर अपनी निर्भरता को कम करना ही होगा. इसलिए आज भारत, खाने के तेल से लेकर आधुनिक विमान तक, हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर बल दे रहा है.”

अग्नि-5 मिसाइल का पहला सफल परीक्षण

पीएम मोदी ने कहा, ‘कल ही भारत ने एमआईआरवी तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि-5 मिसाइल का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया. दुनिया में बहुत कम देशों के पास यह उन्नत तकनीक है. यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है. बीते 10 वर्षों में भारत ने अपना लड़ाकू हवाई जहाज बनाया है. भारत ने अपना एयरक्राफ्ट कैरियर बनाया है, C295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भारत में बनाए जा रहे हैं. आधुनिक इंजन का निर्माण भी भारत में होने वाला है.’

ये भी पढ़ें: Tejas Crashes: जैसलमेर में IAF का लड़ाकू विमान तेजस क्रैश, दोनों पायलट सुरक्षित, कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश

उन्होंने कहा, ‘आज देश में उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरीडोर बन रहे हैं. इनमें अब तक 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हुआ है. आज हेलीकॉप्टर बनाने वाली एशिया की सबसे बड़ी फैक्टरी भारत में काम करना शुरू कर चुकी है. बाते 10 वर्षों में हमने देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक के बाद एक बड़े कदम उठाए हैं. हमने नीति-विषयक सुधार किए, रिफॉर्म्स किए, हमने प्राइवेट सेक्टर को इससे जोड़ा, हमने MSME स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित किया.’

ज़रूर पढ़ें