Cabinet Decisions: केंद्र सरकार का दिल्ली को तोहफा, 2 मेट्रो कॉरिडोर को मिली मंजूरी, लाखों लोगों को फायदा
Cabinet Decisions: गुरुवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रीमंडल की बैठक हुई. इसके बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंत्रिमंडल के फैसलों की सारी जानकारी दी. मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “आज दो नए मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी दी गई है, जिस पर 8400 करोड़ रुपये खर्च होंगे. लाजपत नगर से साकेत G ब्लॉक तक करीब 8.4 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन होगी. इसमें आठ स्टेशन होंगे. दूसरी इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक है, ये करीब 12.4 किलोमीटर की मेट्रो लाइन होगी…”
Breaking News: दिल्ली में 2 नए मेट्रो कॉरिडोर को मंजूरी, कैबिनेट बैठक में लिया गया फैसला
▪️ 8400 करोड़ रुपए की लागत से बनकर होगा तैयार
▪️ पहली- लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक तक करीब 8.4 किलोमीटर लंबी होगी मेट्रो लाइन
▪️ दूसरी- इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक 12.4 किलोमीटर होगी लंबी… pic.twitter.com/5REPIimMOS— Vistaar News (@VistaarNews) March 13, 2024
बता दें कि देश की राजधानी में मेट्रो का बड़ा नेटवर्क है. इस वक्त दिल्ली में मेट्रो की 945 किलोमीटर लाइन काम कर रही है और 919 किलोमीटर का नेटवर्क पर काम चल रहा है. कैबिनेट बैठक में दो और कॉरिडोर को मंजूरी दी गई है. जिससे यह नेटवर्क और भी बड़ा होगा. पीएम मोदी के कैबिनेट की बैठक में कई और फैसले लिए गए हैं.
कैबिनेट के फैसले के बारे में मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से एलिवेटेड होगा और इसमें आठ स्टेशन होंगे. इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में 11.349 किलोमीटर लंबी भूमिगत लाइनें और 1.028 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड लाइनें होंगी जिनमें 10 स्टेशन होंगे.
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इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन से इन यात्रियों को होगा फायदा
इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी क्योंकि इन क्षेत्रों के यात्री सीधे इंद्रप्रस्थ के साथ-साथ मध्य और पूर्वी दिल्ली के विभिन्न अन्य क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए ग्रीन लाइन पर यात्रा करने में सक्षम होंगे.
इन कॉरिडोर पर इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक में आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे. ये स्टेशन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी परिचालन लाइनों के बीच इंटरकनेक्टिविटी में सुधार करेंगे.
दिल्ली मेट्रो पहले से ही अपने विस्तार के चौथे चरण के तहत 65 किलोमीटर का नेटवर्क बना रही है. इन नए कॉरिडोर के मार्च 2026 तक चरणों में पूरा होने की उम्मीद है. वर्तमान में DMRC 286 स्टेशनों वाले 391 किलोमीटर के नेटवर्क का संचालन करता है. दिल्ली मेट्रो अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते मेट्रो नेटवर्क में से एक है.