Chhattisgarh: सूरजपुर में कोल माइंस की वजह से नहीं मिल रहा पीने का पानी, नाले के पानी के भरोसे लोग

Chhattisgarh News: लोगों का कहना है कि माइंस की वजह से 200 से अधिक परिवार के लोग पानी के लिए हर रोज मशक्कत कर रहे हैं.
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गेतरा गांव की फोटो

Chhattisgarh News: सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले में स्थित रेहर भूमिगत कोल माइंस की वजह से उससे लगे गांव गेतरा पंचायत के लोगों को पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल रहा है. लोगों का कहना है कि दो वक्त की रोटी तो मिल जा रही है लेकिन पानी नहीं मिल रहा है, नहाने के लिए तो नाला का पानी का उपयोग कर रहे हैं.

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पानी की समस्या के कारण लोगों ने छोड़ घर

ऐसा इसलिए है क्योंकि भूमिगत कोल माइंस की वजह से भू जल स्तर इतना नीचे चला गया कि बोरवेल काम करना बंद कर दिए और अधिक गहराई तक बोरवेल कराते हैं तो माइंस तक बोर चली जाती है. दरअसल साल 1999 में यहां रेहर कोल माइंस शुरू हुआ तब लोग खदान से होने वाले साइड इफेक्ट से अनजान थे. लोगों का कहना है कि माइंस की वजह से 200 से अधिक परिवार के लोग पानी के लिए हर रोज मशक्कत कर रहे हैं, उन्हें सुबह उठने के बाद सबसे पहले पानी के लिए जहदोजद्द करना पड़ रहा है, उन्हें खदान से निकलने वाले पानी का भी कई बार उपयोग करना पड़ रहा है. वे पिछले सालो में एसईसीएल के माइंस के बाहर जाकर विरोध दर्ज करा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. कई परिवार के लोगों ने तो पानी की समस्या की वजह से अपना घर भी वहां से छोड़ दिया जबकि एसईसीएल ने जमीन का कोई मुआवजा भी नहीं दिया है. इसे लेकर हमारे संवाददाता दिलीप जायसवाल ने माइंस क्षेत्र प्रभावित गांव में पहुंचकर जल संकट का जायजा लिया.

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