Chhattisgarh: रिएजेंट सप्लाई में अफसरों का खेल, 6 महीने की जगह 15-15 दिन में सप्लाई, 300 करोड़ का घोटाला!
Chhattisgarh News: प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में बीमारियों की जांच के लिए उपयोग होने वाले रिएजेंट की सप्लाई में बड़ा खेल का खुलासा हुआ है. आरोप है कि छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के आला अधिकारियों से मिलीभगत करके कंपनी मालिकों ने करीब 300 करोड रुपए का रिएजेंट सप्लाई कर दिया. चौंकाने वाली बात यह है कि जिन रिएजेंटों की सप्लाई की गई, उन्हें फ्रिज में रखा जाना था, लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फ्रिज की व्यवस्था नहीं होने के कारण आधे से ज्यादा रिएजेंट खराब होने की स्थिति में पहुंच गए. अब प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद इसकी जांच शुरू हुई है. सीजीएमएससी ने 300 करोड़ के रिएजेंट सप्लाई और उसमें शामिल अधिकारियों की जांच शुरू कर दी है.
6 महीने की जगह 15-15 दिन में सप्लाई
बताया जा रहा है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टोर संचालकों ने सप्लाई का विरोध किया, लेकिन सीजीएमएससी के तत्कालीन एमडी और वरिष्ठ अधिकारियों के मौखिक निर्देश के बाद सप्लाई पूरी कर दी गई. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह पूरी खरीदी की गई. इसे प्रदेश के अलग-अलग जिलों के 200 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया. सीजीएमएससी की एमडी पद्मिनी भोई ने विस्तार न्यूज़ से चर्चा में कहा कि पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पास शिकायत पहुंची थी, जिसके बाद यह जांच की जा रही है. ऐसे स्वास्थ्य केंद्रों में रिएजेंट सप्लाई किया गया, जहां रखने तक की व्यवस्था नहीं है.
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32 केमिकल 800 ऑटो एनालाइजर की खरीदी
सीजीएमएससी ने रिएजेंट के साथ 32 केमिकल और 800 एनालाइजर मशीन की भी खरीदी की. प्रदेश के 900 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 200 में लैब टेक्नीशियन नहीं है, बावजूद इसके वहां भी इन रीजेंट को भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि कई जगहों पर इतनी मात्रा में रिएजेंट की सप्लाई कर दी गई की चार-पांच साल तक खरीदी की जरूरत नहीं पड़ेगी. हालांकि उनकी एक्सपायरी डेट एक साल की ही है.
अब 600 फ्रिज एक महीने में खरीदने की तैयारी
रिएजेंट को सुरक्षित रखने के लिए सीजीएमएससी की तरफ से 600 फ्रिज खरीदने का आनन फानन में आर्डर दिया गया है. बताया जा रहा है की खरीदी कंपनी को एक महीने में सप्लाई करने का टारगेट दिया गया है. शिकायत के बाद फ्रिज खरीदी की भी जांच शुरू हो गई है.