Chhattisgarh News: दो देशों के बीच 5 वर्षों से फंसा 14 साल का मासूम, बिलासपुर से नेपाल वापस नहीं जा सका बच्चा
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. पांच साल पहले नेपाल से भारत आया एक बच्चा बिलासपुर में फंसा हुआ है. बिलासपुर में फंसे हुए बच्चे का नाम पवन है. ये बच्चा दो देशों की सरकारी औपचारिकताओं के बीच 5 वर्षों से भारत में फंसा हुआ है. ये कहानी नेपाल के रहने वाले एक 14 साल के मासूम की है. उस मासूम की जिसे अपने घर नेपाल जाना है, लेकिन चाहते हुए भी ये बच्चा 5 साल से अपने घर वापस जा नहीं पा रहा है. वजह बिलासपुर में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की वह गलती जिसमें नेपाल के मऊ के मोरंग जिले का नाम नवरंग हो गया है, जबकि उसे मोरंग होना था. बस और क्या, इस छोटी सी गलती के कारण नेपाल के मोरंग जिले का रहने वाला बच्चा दो देशों के बीच फंसा हुआ है. वे अपने माता-पिता को याद कर जिला बाल संरक्षण अधिकारियों की निगरानी में अपनी जिंदगी गुज़ार रहा है.
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल साल 2018 में नेपाल एंबेसी ने दिल्ली एंबेसी को इस संबंध में पत्र भी लिखा था. इसके बाद दिल्ली से रायपुर और रायपुर से बिलासपुर के अधिकारियों को जिले का नाम नवरंग की जगह मोरंग करने की सलाह भेजी गई, लेकिन आज तक उसे अमल में नहीं लाया जा सका है. यही कारण है कि बिलासपुर के बाल संरक्षण के अधिकारी बच्चे को विशेष निगरानी में रखकर उसके देश वापसी का इंतजार कर रहे हैं. 14 साल के जिस बच्चे की बात हो रही है उसका पूरा नाम पवन पौडवाल है. उसके पिता का नाम यादव पौडवाल है. वह नेपाल में मऊ का रहने वाला है और उसके जिले का नाम मोरंग बताया जा रहा है. इतना सब कुछ जानकारी होने के बाद भी महिला बाल विकास विभाग बच्चे की घर वापसी नहीं करा पा रहे हैं.
नेपाल से भटक कर बिलासपुर पहुंच
बता दें कि 14 साल का पवन पौडवाल नेपाल से भटक कर ट्रेन के ज़रिए छत्तीसगढ़ के बिलासपुर तक पहुंचा था. उस वक़्त जीआरपी की टीम ने उसे चाइल्ड लाइन को सौंपा था, इसके बाद चाइल्डलाइन ने बच्चे को जिला संरक्षण अधिकारियों के अधीन सौंप दिया था. तब से आज तक पवन बिलासपुर में रह रहा है. उसकी वापसी कब तक हो पाएगी है, ये बात बच्चे के अलावा बिलासपुर वालों के लिए भी इंतजार का विषय बन गया है.
बच्चे के घर वापसी का प्रयास जारी
बिलासपुर में फंसे हुए नेपाल के बच्चे पवन पौडवाल के मामले में जिला संरक्षण अधिकारी एमपी धीवर का कहना है कि उन्होंने पवन के संदर्भ में दिल्ली एंबेसी को इसकी जानकारी दे दी है. आगे का काम उन्हें ही करना है, इसलिए पवन की घर वापसी का मसला अटका हुआ है, उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को भी इस पूरे मामले से वाकिफ करवा दिया है, उनके मुताबिक जल्द ही पवन पौडवाल अपने घर वापिस नेपाल जाएगा.