Lok Sabha Election 2024: 370 खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर से पहली बार चुनाव लड़ेगा गैर-मूल निवासी, जानें कौन हैं बलदेव कुमार

Lok Sabha Election 2024: देशभर में हो रहे लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल तैयार है. राजनीतिक पार्टियां ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां कर रही हैं. वहीं इस चुनाव में एक नया ऐतिहास भी बनने जा रहा है.
Lok Sabha Election 2024

लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान करते लोग

Lok Sabha Election 2024: देशभर में हो रहे लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल तैयार है. राजनीतिक पार्टियां ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां कर रही हैं. वहीं इस चुनाव में एक नया ऐतिहास भी बनने जा रहा है. दरअसल, पंजाब के रहने वाले बलदेव कुमार जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने जा रहे हैं. बता दें कि बलदेव कुमार जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद यहां से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले पहले गैर-मूल व्यक्ति बन गए हैं.

पंजाब के मोहाली के रहने वाले कुमार उन 25 उम्मीदवारों में शामिल हैं, जो इस निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां 7 मई को मतदान होगा. 67 वर्षीय उम्मीदवार के पास जम्मू-कश्मीर का अधिवास प्रमाण पत्र नहीं है क्योंकि वह वहां नहीं रहे हैं.

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“स्थानीय लोगों के के आग्रह पर किया नामांकन”

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बलदेव कुमार ने कहा कि उन्होंने काफी संख्या में स्थानीय लोगों के आग्रह के बाद नामांकन दाखिल करने का फैसला किया है. वह पिछले दो दशकों से यहां सेवा की है, चाहे वह 2014 की बाढ़ के दौरान हो या कश्मीरी छात्रों की शिक्षा को प्रायोजित करना हो.

निर्दलीय उम्मीदवार के तौर चुनावी मैदान में उतरे बलदेव कुमार ने कहा कि मैंने 2014 की बाढ़ के दौरान लोगों के लिए काम किया, मैंने कई छात्रों की शिक्षा को प्रायोजित किया है, मैंने कश्मीर के मरीजों को सुविधा प्रदान की है जब वे चिकित्सा जांच के लिए पंजाब जाते हैं और उनके लिए एक कोठी (घर) रखी है जहां वे जा सकते हैं. जब वे इलाज के लिए वहां जाएं तो रुकें.

 370 के बाद पहले बाहरी उम्मीदवार 

बता दें कि बलदेव कुमार अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और 2019 में जम्मू-कश्मीर राज्य के बंटवारे के बाद चुनाव लड़ने वाले पहले बाहरी व्यक्ति हैं. हालांकि वह चुनाव लड़ने वाले पहले बाहरी व्यक्ति नहीं हैं. इससे पहले 2019 के आम चुनाव में (धारा 370 हटने से पहले), एनसीआर निवासी शम्स ख्वाजा ने अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए.

ख्वाजा की उम्मीदवारी के खिलाफ आपत्तियां उठाई गईं लेकिन चुनाव अधिकारियों ने उन्हें खारिज कर दिया, इस प्रकार वह जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ने वाले पहले अनिवासी बन गए.

जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में चुनाव

केंद्र शासित प्रदेश में लोकसभा चुनाव पांच चरणों में निर्धारित किए जा रहे हैं और प्रत्येक चरण में केंद्र शासित प्रदेश के पांच संसदीय क्षेत्रों में मतदान होगा. उधमपुर में पहले चरण के चुनाव में शुक्रवार शाम 5 बजे तक कुल 16.23 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से लगभग 65% ने मतदान किया.

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