Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में दो चरणों की वोटिंग से चुनाव आयोग की टेंशन क्यों बढ़ी हुई है?
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में वोटिंग का दौर जारी है. कुल सात चरणों में होने वाले आम चुनाव के लिए अब तक दो चरणों का मतदान 21 और 26 अप्रैल को हो चुका है. इस दौरान देश के लगभग राज्यों में वोटिंग परसेंट में गिरवावट देखने को मिली है. वहीं मध्य प्रदेश में भी वोटिंग प्रतिशत कम दर्ज की गई. जिसको देखते हुए अब चुनाव आयोग सक्रिय हो गया है. एमपी में कुल चार चरणों में लोकसभा के लिए चुनाव होना है. ऐसे में बचे हुए दो चरण में वोटिंग प्रतिशत में इजाफा कराने को लेकर चुनाव आयोग अभियान शुरू करने जा रहा है.
मध्य प्रदेश में वोटर टर्नआउट बढ़ाने की मकसद से चुनाव आयोग ‘चलें बूथ की ओर’ मुहीम चलाएगा. इसके तहत 1 और 7 मई जिस निर्वाचन सीटों पर चुनाव होना है. उन क्षेत्रों में इलेक्शन कमिशन द्वारा ये अभियान चलाया जायेगा. 1 मई को तीसरे चरण की सीटों और 7 मई को चौथे चरण की सीटों पर मतदाताओं को मतदान के लिए अभियान चलाया जाएगा.
बूथ स्तर पर कैंपेन चलाने की योजना
मध्य प्रदेश में पिछले दो चरणों के दौरान वोटिंग परसेंट में हुई गिरवाट को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग अब बूथ स्तर पर कैंपेन चलाने की योजना बनाई है. जिसमें प्रशासन के अलावा बूथ अवेयरनेस ग्रुप, एनजीओ, रहवासी समितियां और चुनावी साक्षरता क्लब को मतदाता जागरूकता अभियान के लिए जिम्मेदारी सौंपी जा रही है.
पहले चरण में 8 और दूसरे में 9 प्रतिशत कम हुआ मतदान
लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में शुक्रवार को 58.35 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 2019 में 67.64 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस तरह इसमें 9.29 फीसदी की गिरावट आई. पहले चरण में 67.75 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो कि 2019 के 75.24 फीसदी के मुकाबले 7.47 कम थी.
होशंगाबाद में सबसे ज्यादा रहा वोट प्रतिशत
प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं और देश में सबसे ज्यादा सोयाबीन का उत्पादन करने वाले होशंगाबाद सीट पर सबसे ज्यादा 67.86% मतदान हुआ है. चुनाव में किसानों का मुद्दा नहीं होने के बावजूद अच्छा मतदान किया है. यहां पर भाजपा ने किसान नेता दर्शन सिंह को चुनाव में उतारा है. वहीं, कांग्रेस की तरफ से संजय शर्मा प्रत्याशी है. इस सीट पर 2019 में 74.17% मतदान हुआ था. इस बार 6.31 प्रतिशत मतदान कम हुआ है.