Chhattisgarh: रायपुर एयरपोर्ट पर 8 सालों से अटका है बांग्लादेश का विमान, जानें क्या है वजह?

Chhattisgarh: जानकारी के अनुसार 7 अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट जाने के दौरान बांग्लादेशी विमान के इंजन में आग लग गई थी जिसमें 173 यात्री सफर कर रहे थे.
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फोटो- (सोशल मीडिया)

Chhattisgarh: ढाका से मस्कट जा रहा बांग्लादेशी विमान रायपुर में इमरजेंसी लैंडिंग होने के बाद अभी तक अटका हुआ है. यह विमान लैंडिंग होने के बाद 8 साल से रायपुर में खड़ा है. इन आठ सालों में इस विमान का पार्किंग किराया लगभग 3.5 करोड़ रुपए से ज्यादा पहुंच गया है. विमान को वापस ले जाने के लिए रायपुर एयरपोर्ट अथॉरिटी और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने 75 से अधिक ई-मेल और पत्र बांग्लादेशी एयरलाइन्स और वहां के दूतावास को भेजा लेकिन इसके बावजूद यह विमान अभी तक बांग्लादेश के लिए रवाना नहीं हो पाया है. यह विमान बांग्लादेश की यूनाइटेड एयरवेज कंपनी की एमडी-83 मॉडल है.

विमान के इंजन में लगी थी आग 

जानकारी के अनुसार 7 अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट जाने के दौरान बांग्लादेशी विमान के इंजन में आग लग गई थी जिसमें 173 यात्री सफर कर रहे थे. रायपुर से सटे बेमेतरा जिले में विमान के ख़राब हुए इंजन का एक हिस्सा खेत में गिरा था, जिसके बाद आपात स्थिति में इस विमान की लैंडिंग रायपुर में करवाई गई और दूसरे दिन सभी यात्रियों को दूसरे विमान से भेजा गया. उसके बाद से यह विमान रायपुर एयरपोर्ट पर ही खड़ा है. बता दें कि 2019 में बांग्लादेशी विमानन कंपनी के विशेषज्ञ रायपुर पहुंचे थे और उन्होंने 300 मीटर इसे खिसकाया था. विशेषज्ञों ने कहा था कि जल्द से जल्द विमान को वापस ले जाया जाएगा.

अब विमान की होगी नीलामी

बांग्लादेश एयरलाइन्स से रिस्पांस नहीं मिलने के बाद अब रायपुर एयरपोर्ट अथॉरिटी इस विमान की नीलामी करने की तैयारी में है. इस संबंध में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने बांग्लादेशी कंपनी को नोटिस जारी कर दिया है. फिलहाल नोटिस का जवाब अथॉरिटी के पास नहीं आया है. साथ ही भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण भी पूरे मामले में कानूनी सलाह ले रहा है. इसके बाद आगे विमान की नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. विमान को नीलाम कर रायपुर एयरपोर्ट अथॉरिटी पिछले 8 सालों का बकाया पार्किंग शुल्क वसूल करेगा. आपको बता दें कि इसी बांग्लादेशी एयरलाइन्स कंपनी का एक और विमान की दूसरे देश में आपात लैंडिंग हुई थी, उस विमान को भी वापस नहीं ले जाया गया, जिसके बाद उस विमान को भी बेच दिया गया.

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