Chhattisgarh: सूरजपुर में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, रिश्वत लेते सहायक पुलिस उप निरीक्षक के साथ दो गिरफ्तार

Chhattisgarh News: एंटी करप्शन ब्यूरो के अंबिकापुर कार्यालय में पोस्टेड डीएसपी प्रमोद प्रमोद खेस ने बताया कि रामानुजनगर थाना में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक माधव सिंह के द्वारा मारपीट के मामले में पीड़ित पक्ष से 30 हजार की मांग की जा रही थी.
Chhattisgarh News

गिरफ्तार पुलिस अधिकारी

Chhattisgarh News: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम सरगुजा में लगातार रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इसी के तहत सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो ने कार्रवाई की और सहायक उप निरीक्षक को ₹10000 रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया. सब इंस्पेक्टर मारपीट के मामले में धारा 307 लगाने के बदले में रिश्वत की मांग कर रहा था. जिसकी शिकायत पीड़ित पक्ष ने एंटी करप्शन ब्यूरो से की थी. मामले में ब्यूरो की टीम ने रिश्वत लेने में सहयोग करने वाले एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया है.

एंटी करप्शन ब्यूरो के अंबिकापुर कार्यालय में पोस्टेड डीएसपी प्रमोद प्रमोद खेस ने बताया कि रामानुजनगर थाना में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक माधव सिंह के द्वारा मारपीट के मामले में पीड़ित पक्ष से 30 हजार की मांग की जा रही थी. रामानुजनगर क्षेत्र के सुरता गांव में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट की घटना हुई थी.

ये भी पढ़ें- Chhattisgarh: सरगुजा जिला पंचायत में उठा करोड़ों के भ्रष्टाचार का मुद्दा, डीएमएफ का 46 लाख जागरूकता में फूंका, कागजों में बांटे 30 लाख के रेडियो-छाते

पीड़ित पक्ष से 30 हजार की रिश्वत की मांग

मारपीट में जनपद सदस्य के भाई शिवमंगल को गंभीर चोट आई थी, इसकी रिपोर्ट करने के लिए जब पीड़ित पक्ष के लोग थाने पहुंचे तो सब इंस्पेक्टर ने मामूली धाराएं लगा दी. लेकिन जब परिजनों ने कहा कि जानलेवा हमला किया गया है ऐसे में इतनी मामूली धारा क्यों, तब सब इंस्पेक्टर ने धारा 307 लगाने के लिए 30 हजार की डिमांड कर दी. लेकिन जब पीड़ित पक्ष ने कहा कि उनके पास इतने पैसे नहीं है तो दस हजार रुपये में सौदा हुआ और इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो के पास पहुंची. इसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पीड़ित पक्ष को रिश्वत मांगने की बात को कंफर्म करने के लिए सहायक उप निरीक्षक से फोन पर बातचीत कराया.

जब ब्यूरो के अफसरों को इस बात पर भरोसा हो गया कि रिश्वत मांगी जा रही है तब 10 हजार के नोटों में केमिकल लगाकर रिश्वत देने के लिए पीड़ित को आरोपी सहायक उप निरीक्षक के पास भेजा गया, जहां पहले से मौजूद मोहम्मद्दीन नामक व्यक्ति को सब इंस्पेक्टर ने रुपए देने के लिए कहा और जैसे ही रिश्वत के पैसे मोहम्मद्दीन ने लिए, एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने सब इंस्पेक्टर और मोहम्मद्दीन को गिरफ्तार कर लिया.

एंटी करप्शन ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई

बता दें कि पिछले 6 महीने के भीतर अंबिकापुर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रिश्वत लेने के पांचवें मामले में कार्रवाई की है. सरगुजा संभाग में पिछले 6 महीने में रिश्वत लेते हुए 11 लोगों को जेल भेजा जा चुका है. इसी सप्ताह एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एसडीएम भागीरथी खंडे को 50000 हजार रिश्वत लेने के मामले में तीन लोगों के साथ गिरफ्तार किया था.

इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी बयान दिया था कि रिश्वतखोर अफसर कितनी भी पहुंच वाला क्यों न हो अगर शिकायत मिलती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बताया जा रहा है कि सरकार बदलने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि आम लोगों से रिश्वत लेने वालों के खिलाफ शिकायत मिलते ही तत्काल कार्रवाई करें. ताकि आम लोगों का भरोसा सरकार पर बना रहे और सरकार की बेहतर छवि बनी रहे.

ज़रूर पढ़ें