‘मुझे मंदबुद्धि…’, सभापति जगदीप धनखड़ ने जयराम को बताया प्रतिभाशाली तो भड़के खड़गे, राज्यसभा में हुई तीखी बहस
Parliament Session: संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा में मंगलवार को भी नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच तीखी बहस देखने को मिली. एक ओर जहां खड़गे ने सभापति पर उनको मंदबुद्धि कहने का आरोप लगाया. वहीं, दूसरी तरफ धनखड़ ने नेता विपक्ष पर चेयर का अनादर करने का इल्ज़ाम लगा डाला.
दरअसल, राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी भाषण दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर कच्चे तेल की कीमतों को लेकर गंभीर आरोप लगाए. तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी की पिछली सरकारों के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल का दाम कम हो गया था लेकिन उन्होंने देश में तेल के दाम नहीं घटाए. तिवारी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपने कुछ दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया. बस यही से धनखड़ और खड़गे आमने-सामने आ गए.
तिवारी के आरोप पर सभापति धनखड़ ने आपत्ति जताते हुए कहा कि सबूत हो तो ही अपनी बातें कहें. इस पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश खड़े हो गए और सभापति की बातों को काटने लगे. तब धनखड़ ने जयराम को प्रतिभाशाली और हिम्मती बताते हुए कहा, “आपको तुरंत खड़गे की जगह विपक्ष के नेता का पद लेना चाहिए. क्योंकि आप कुल मिलाकर खड़गे का ही काम कर रहे हैं.” वहीं, इसके बाद सभापति की टिप्पणी का खड़गे ने विरोध जताया और कहा कि आपके दिमाग में आज भी वर्ण सिस्टम है और आप इसी कारण जयराम रमेश को प्रतिभाशाली और मुझे मंदबुद्धि बता रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः लोकसभा में दिए भाषण पर चली कैंची तो भड़के राहुल गांधी, स्पीकर को पत्र लिखकर की ये मांग
खड़गे ने सोनिया गांधी की ओर इशारा करते हुए कहा कि मुझे बनाने वाले यहां बैठी हैं. इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने खड़गे से कहा, “मैं उस स्तर पर नहीं आना चाहता. आपमें चेयर के प्रति अनादर भरा हुआ है.”
कल भी हुई थी बहस
खड़गे और धनखड़ के बीच कल (1 जून) भी बहस देखने को मिली थी. दरअसल, खड़गे ने आरएसएस पर देश की शिक्षा प्रणाली को कब्जाने का आरोप लगाया था. उधर, सभापति जगदीप धनखड़ ने खड़गे के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था, “क्या किसी संस्था का सदस्य होना अपराध है? आपकी बात बिल्कुल गलत है. यह एक संस्था है, राष्ट्र का कार्य कर रही है, देश के लिए योगदान दे रहे हैं.”