विदेश मंत्री जयशंकर की चीनी समकक्ष से मुलाकात, SCO समिट में भाग लेने के लिए कजाकिस्तान पहुंचे हैं दोनों नेता

शंघाई सहयोग संगठन 2001 में चीन और रूस द्वारा स्थापित एक यूरेशियन राजनीतिक, आर्थिक, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा संगठन है. भौगोलिक क्षेत्र और जनसंख्या के मामले में यह दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन है, जो यूरेशिया के लगभग 80 प्रतिशत क्षेत्र को कवर करता है.

विदेश मंत्री जयशंकर की चीनी समकक्ष से मुलाकात

SCO Summit: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की 24वीं बैठक में भाग लेने के लिए कजाकिस्तान पहुंचे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन के अपने समकक्ष वांग यी से मुलाकात की है. एससीओ समिट से इतर दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई.

बता दें कि एससीओ समिट की 24वीं बैठक का आयोजन तीन से चार जुलाई तक कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में हो रहा है. इस बैठक में रूस के व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी पहुंचे हैं. भारत, रूस, चीन, पाकिस्तान और कुछ मध्य एशियाई देश इसके सदस्य हैं.

इससे पहले विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि एससीओ में भारत की प्राथमिकता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘Secure SCO’ विजन पर आधारित होगी. भारत का जोर सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, सहयोग, संपर्क, एकता, संप्रभुता का सम्मान, क्षेत्रीय एकता और पर्यावरण सुरक्षा पर है. इस दौरान बीते 20 सालों की गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी और आपसी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी.

मालूम हो कि शंघाई सहयोग संगठन 2001 में चीन और रूस द्वारा स्थापित एक यूरेशियन राजनीतिक, आर्थिक, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा संगठन है. भौगोलिक क्षेत्र और जनसंख्या के मामले में यह दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन है, जो यूरेशिया के लगभग 80 प्रतिशत क्षेत्र को कवर करता है और दुनिया की 40 प्रतिशत आबादी को. 2021 तक, इसका संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 20 प्रतिशत था.

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