Kanwar Yatra 2024: कांवड़ यात्रा से पहले यूपी के मंत्री की मुस्लिम समुदाय से अपील, कहा- हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर न चलायें दुकान
Kanwar Yatra 2024: 22 जुलाई से भगवान शंकर का प्रिय महीना सावन शुरू हो जाएगा. इसके साथ ही कांवड़ यात्रा का भी आगाज हो जाएगा. हर साल सावन के महीने में लाखों कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लाकर अपने आसपास के मंदिरों में शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन कांवड़ यात्रा की तैयारियों में जुटे हुए हैं. इस बीच मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मुस्लिम समुदाय से हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर दुकान न चलाने की अपील की है.
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने शुक्रवार (5 जुलाई) को मुजफ्फरनगर में कांवड़ शिविर संचालकों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद अग्रवाल ने अपील करते हुए कहा कि कांवड़ मेले में जो मुस्लिम लोग हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर अपनी दुकान चलाते हैं वो ऐसा न करें.
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‘पारदर्शिता होनी जरूरी है’
कपिल देव अग्रवाल ने कहा, “कांवड़ मेले में मुस्लिम लोग भी अपनी दुकान चलाते हैं. वह अपनी दुकान चलायें हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन वह हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर दुकान का नाम न रखें क्योंकि बाहर से आने वाले कावड़िए वहां पर बैठकर चाय पानी पीते हैं और जब उन्हें पता चलता है तो उसमें विवाद का कारण बनता है. इसलिए इस मामले में पारदर्शिता होनी जरूरी है. जिससे बाद में कोई विवाद का कारण न बन सके.” इसके अलावा मंत्री ने अधिकारियों को आदेश दिया कि कांवड़ यात्रा के दौरान सभी सीसीटीवी कैमरों को एक्टिव रखा जाए और रेलवे स्टेशन तथा बस अड्डे पर सुरक्षा बढ़ाई जाए. इसके अलावा कांवड़ यात्रा के मार्ग पर जर्जर बिजली के खंभे और लटकते बिजली के तार आदि को वक्त पर ठीक करने का भी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है.
कांवड़ यात्रा क्यों की जाती है?
सावन के महीने में चारों ओर उत्सव जैसा माहौल देखने को मिलता है. इस दौरान कांवड़िए गंगाजल लाकर सावन शिवरात्रि पर अपने आसपास के मंदिरों में शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. धार्मिक मान्यता है कि इस महीने में कांवड़ लाने और शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.