Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में क्यों बढ़ाई गई धान खरीदी की तारीख? अब शनिवार और रविवार को भी होगी बेच सकेंगे किसान
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में करीब 3 महीने से धान खरीदी चल रही है. राज्य गठन के बाद धान खरीदी के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं. लेकिन अभी भी राज्य के 2 लाख से अधिक किसान धान नहीं बेच पाए हैं. इसलिए राज्य सरकार ने धान खरीदी की अंतिम तारीख को 4 दिन के लिए बढ़ा दी है. इसके साथ एक बड़ी घोषणा ये भी की गई है कि अब बचे हुए धान खरीदी के समय में शनिवार और रविवार को भी मंडी खुलेगी और किसान धान बेच सकते है.
दरअसल, राज्य में चालू खरीफ विपणन वर्ष में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की अंतिम तारीख 31 जनवरी तय है. लेकिन अभी भी 2 लाख 70 हजार के आसपास किसान धान नहीं बेच पाए है. राज्य में 26 लाख 85 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया है. इसमें से अब तक 24 लाख 18 हजार 694 किसान धान बेच चुके हैं. इस चलते किसान धान खरीदी के अंतिम तारीख को लेकर परेशान थे. लगातार धान खरीदी की तारीख बढ़ाने के लिए मांग कर रहे थे. किसानों की मांग पर राज्य सरकार ने 4 फरवरी तक धान खरीदी करने का फैसला किया है.
बचे हुए समय में अब शनिवार और रविवार को भी होगी खरीदी
इस फैसले को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि धान बेचने से बचे रह गये किसान भी आसानी से अपना धान बेच सकें. इसको ध्यान में रखते हुए धान खरीदी 4 फरवरी तक किए जाने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए हैं. इसके साथ उन्होंने ये भी कहा है कि राज्य में शनिवार 3 फरवरी और रविवार 4 फरवरी को भी उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी सामान्य दिनों की तरह की जाएगी. इससे पहले प्रत्येक शनिवार को उपार्जन केन्द्रों में लेखा मिलान और रविवार को सामान्य अवकाश के कारण खरीदी बंद रहती थी.
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गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में नवंबर 2023 से धान खरीदी चल रही है. सरकार ने पिछले साल 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की थी. इस बार ये आंकड़ा 30 जनवरी तक 138. 78 लाख मीट्रिक टन हो गया है. धान खरीदी के एवज में किसानों को 28 हजार 708 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है.
वहीं धान से चावल बनाने की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है. मिलर्स को अब तक 102 लाख 37 हजार 525 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, इसमें 92 लाख 38 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है.