Chhattisgarh: विधानसभा के मानसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पूछा सवाल, बोले- इस सीजन में बेर कहां से आए, राम को इस तरह ना बनाए

Chhattisgarh News: शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कैबिनेट के राम मंदिर दर्शन पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि बेर का अभी सीजन नहीं है, बेर न शिवरीनारायण में मिल रहा न रायपुर में, फिर अयोध्या बेर कहां से ले गए.
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छत्तीसगढ़ विधानसभा

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में आज से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है, जो 26 जुलाई तक चलेगा. पहले दिन 4 दिवंगत पूर्व विधानसभा सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. पहले दिन मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप अपने-अपने विभाग से जुड़े प्रश्नों का जवाब दे रहे है.

BJP विधायक ने CM विष्णुदेव साय से पूछा सवाल

भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ने प्रश्नकाल में प्रश्न पूछा. स्कूलों में भरे और रिक्त पदों की जानकारी. पूछा कि रिक्त पदों पर भर्ती कब तक होगी? मोतीलाल साहू ने कहा- स्कूलों में शिक्षकों की कमी है. जवाब में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साव ने कहा कि देश के औसत से हमारा शिक्षकों का औसत बेहतर है, फिर भी शिक्षकों की कमी है. करीब 300 शिक्षक विहीन स्कूल है, और करीब 5500 एकल शिक्षक स्कूल है. उक्तियुक्तकरण पहले करेंगे, फिर शिक्षकों की भर्ती करेंगे. उक्तियुक्तकरण से भी शिक्षकों की कमी दूर होगी.

नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत बोले – इस सीजन में बेर कहां से आए

शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कैबिनेट के राम मंदिर दर्शन पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि बेर का अभी सीजन नहीं है, बेर न शिवरीनारायण में मिल रहा न रायपुर में, फिर अयोध्या बेर कहां से ले गए. राम लला को भी इस तरह से ना बनाएं. लेकिन ये बताना चाहिए कि 7 महीने में राम वन गमन परिपथ का सरकार ने एक ईंट भी क्यों नहीं रखा? नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि यह समिति रामलाल के दर्शन करने अकेले चले गए. मैं आपसे निवेदन करता हूं कि हम सभी भी जाना चाहते हैं प्लेन से राम लला के दर्शन करने के लिए.

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धरमजीत सिंह ने किया पलटवार

इसका पलटवार करते हुए धरमजीत सिंह ने कांग्रेस से पूछा कि राहुल गांधी से पूछ के रखे हैं, राम मंदिर जाने का यह मांग की बिना पूछे रखे हैं, क्योंकि वे तो जाना पसंद नहीं करते. चरणदास ने कहा कि आप बातों को गलत दिशा में ले जाते हो इसीलिए अयोध्या, नासिक, प्रयागराज, चित्रकूट हारे हो. चरणदास ने कहा कि मोदी ने श्रीराम सर्किट बनाने का निर्णय लिया है, उसमें छत्तीसगढ़ का नाम नहीं है, कम से कम उसे ही जुड़वा दें.

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