Chhattisgarh: सावन के पहले सोमवार पर छत्तीसगढ़ के शिव मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़, लाइन में लगकर दर्शन कर रहे भक्त
Chhattisgarh News: आज सावन सोमवार का पहला दिन है और सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों व श्रद्धालुओं का ताँता लगा हुआ है, छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश सीमा पर स्थित गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के प्राचीन शिव मंदिर ज्वालेश्वर महादेव सहित जिले के अन्य मंदिरों में भी जलाभिषेक और पूजा पाठ का दौर शुरू है.
गौरेला पेंड्रा के ज्वालेश्वर महादेव में उमड़ी भक्तों की भीड़
सावन महीना के अवसर पर पूजा पाठ करने का विशेष महत्व माना जाता है, जिससे घरों में सुख समृद्धि आती है और भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद भक्तों पर बना रहता है. ज्वालेश्वर महादेव मंदिर जिले का प्राचीन मंदिर है जहां भारत देश के छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश सहित अन्य देशों के श्रद्धालु और भक्त यहाँ पहुंचते हैं.
ऐसी मान्यता है कि अमरकंटक नर्मदा मंदिर से जल लाकर ज्वालेश्वर महादेव में जल अभिषेक करने से हर मनोकामनाएं पूरी होती है. यह मंदिर प्राचीन मंदिर है और 108 ज्योतिर्लिंग में से एक है. जिससे सावन महीना के अलावा बाकी समय में भी यहां कावड़ियों, श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जाती है. सावन में यहां भारी संख्या में कावड़िया और श्रद्धालु पहुंचते हैं इसलिए प्रशासन के द्वारा यहां सुरक्षा व्यवस्था के भी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
देवबलोदा में बड़े बुजुर्ग समेत बच्चे कर रहे महादेव के दर्शन
आज से सावन सोमवार की शुरुआत हो रही है संयोग की बात है कि इस बार सावन की शुरुआत पहले सोमवार से ही हो रही है और इस बार सावन सोमवार यानी कि सावन सोमवार के दिन ही खत्म होगा देश के तमाम प्राचीन मंदिरों में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जा रही है वहीं छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के देवबलोदा में स्थित 13वीं से 14वीं शताब्दी के बीच बने प्राचीन शिव मंदिर में सुबह से ही भक्तों का ताता लगा हुआ है. छोटे-छोटे बच्चों से लेकर महिला बुजुर्ग सब बाबा के दर्शन करने आए हुए हैं. छोटे-छोटे बच्चे बाबा की पूजा करने के लिए कतार में खड़े हुए हैं, और बच्चे अच्छी बुद्धि मिले यह मांग में भगवान भोलेनाथ आए हैं इसके साथ ही महिला बुजुर्ग सब बाबा के दर्शन करने के लिए लाइन में खड़े हुए हैं.