कांग्रेस सांसद का ‘राष्ट्र विरोधी’ बयान! डीके सुरेश ने कहा, “दक्षिण भारत के साथ लगातार अन्याय, लोग कर सकते हैं अलग देश की मांग”
“मैं …., जो ( राज्यसभा/लोकसभा) का सदस्य निर्वाचित हुआ हूं, ईश्वर की शपथ लेता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा. मैं भारत की संप्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रखूंगा तथा जिस पद को मैं ग्रहण करने वाला हूं उसके कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक निर्वहन करूंगा.”
अपने इस शपथ को लगता है कांग्रेस के सांसद डीके सुरेश भुला चुके हैं. ऐसा लगता है, उन्हें जरा भी फ़र्क़ नहीं पड़ता कि जिस पद पर वह क़ाबिज़ हैं, वह लोकतांत्रिक व्यवस्था का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र पद है. गुरुवार को कर्नाटक के सांसद डीके सुरेश ने भारत की अखंडता पर चोट करने वाला बयान दे डाला. संसद में अंतरिम बजट पेश होने के बाद कांग्रेस सांसद ने अपना असंतोष ज़ाहिर किया. उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों को टैक्स में उनके वाजिब हिस्से से महरूम रखा जा रहा है. यदि यह अन्याय जारी रहा तो दक्षिण भारत के लोग अलग राष्ट्र की मांग कर सकते हैं.
डीके सुरेश बंगलोर ग्रामीण से सांसद हैं और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई हैं. नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट की तीखी आलोचना की. सुरेश ने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में टैक्स के बंटवारे को लेकर अन्याय हो रहा है.
उन्होंने कहा, “यदि हम आज की तारीख़ में टैक्स बंटवारे को देखें तो उत्तर भारत के राज्यों को काफ़ी ज़्यादा हिस्सा मिल रहा है. हमारे से (कर्नाटक) हर साल लगभग 4 लाख करोड़ रुपये का टैक्स कलेक्शन किया जाता है. इसमें से हमें कितना हिस्सा वापस मिलता है? यदि 16वें वित्त आयोग में इस समस्या का हल नहीं निकाला गया तो दक्षिण भारत के लोगों को अपनी आवाज़ उठानी पड़ेगी.
डीके सुरेश के बयान की जमकर आलोचना हो रही है. गुरुवार को बीजेपी की तरफ़ से इस पर तीखी प्रतिक्रिया आई. पार्टी ने कहा कि यही कांग्रेस का असली चेहरा है. कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ए अशोक ने सोशल नेटवर्किंग साइट X पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने सुरेश पर ‘भारत तोड़ो’ के आरोप लगाए. उन्होंने लिखा, “एक तरफ़ राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो-न्याय यात्रा’ कर रहे हैं और दूसरी तरफ़ कांग्रेस सांसद और KPCC प्रमुख डीके शिवकुमार के भाई, डीके सुरेश भारत तोड़ो का आह्वान कर रहे हैं. भारत की संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखने की शपथ लेने वाला एक सांसद अगर देश को बांटने की बात करे तो क्या यह उस शपथ की बेअदबी नहीं है? मल्लिकार्जुन खड़गे जी क्या यह बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर जी के संविधान का तिरस्कार नहीं है?”
हालांकि, अपने भाई डीके सुरेश के बयान की कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बचाव किया. उन्होंने कहा कि सुरेश का बयान देश को बांटने वाला नहीं बल्कि कर्नाटक के लोगों की भावनाओं को दर्शाने वाला है. उन्होंने कहा कि भारत कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक है और उनके भाई ने “अखंड भारत” में लोगों के विचारों को अपने बयान के ज़रिए पेश किया है.