Kolkata Rape Case: नड्डा से मुलाकात के बाद FORDA का हड़ताल खत्म, मांगे पूरी नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रखेंगे बाकी संगठन

फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अविरल माथुर ने कहा, "हमने अभी जेपी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की और अपनी मांगें उनके सामने रखीं. उन्होंने हमें भरोसा दिया कि वह डॉक्टरों के लिए सुरक्षित माहौल मुहैया कराएंगे.
Kolkata Doctor Rape-Murder Case

विरोध प्रदर्शन के दौरान मेडिकल स्टूडेंट्स

Kolkata Doctor Rape-Murder Case: कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप-हत्या मामले को लेकर देशभर में डॉक्टर्स का प्रदर्शन चल रहा है. इस वजह से देश के बड़े सरकारी अस्पतालों में सेवाएं बाधित हुई हैं. इस बीच ‘फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन’ (FORDA) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से आश्वासन मिलने के बाद मंगलवार (13 अगस्त) देर रात अपनी राष्ट्रव्यापी हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया. हालांकि, बाकी के अन्य डॉक्टर्स संगठनों की हड़ताल जारी रहने वाली है.

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए FORDA के अध्यक्ष अविरल माथुर ने कहा, “हमने अभी जेपी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की और अपनी मांगें उनके सामने रखीं. उन्होंने हमें भरोसा दिया कि वह डॉक्टरों के लिए सुरक्षित माहौल मुहैया कराएंगे. उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि हमारी मांगों को समयबद्ध तरीके से संबोधित किया जाएगा.” उन्होंने आगे कहा, “एक कमेटी बनेगी और हम उसका हिस्सा होंगे. हमारी सभी मांगें मान ली गई हैं, इसलिए FORDA हड़ताल वापस ले रहा है.”

ये भी पढ़ें- Kolkata Rape Murder Case: केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद मान गए डॉक्टर, खत्म किया हड़ताल

जारी रहेगा अन्य संगठनों का हड़ताल

वहीं, कुछ ऐसे भी डॉक्टर्स के संगठन हैं, जो अपनी हड़ताल जारी रखने वाले हैं. बीएमसी के ‘महाराष्ट्र स्टेट एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स’ (MARD) ने कहा है कि उनकी हड़ताल बरकरार रहेगी. बीएमसी एमएआरडी ने कहा, “हमारे पदाधिकारियों ने एक बैठक बुलाई और फैसला किया गया कि जब तक एसोसिएशन द्वारा रखी गई सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं और लिखित में उनका आश्वासन नहीं मिलता है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती हैं, तब तक हड़ताल खत्म नहीं होगी.”

अपनी मांगों पर अड़ा आरडीए

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) एम्स, दिल्ली ने भी हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है. आरडीए एम्स ने कहा, “एम्स समुदाय केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम को लागू करने की अपनी मांग को दोहराता है और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर के प्रति अपना समर्थन जारी रखता है.”इसने आगे कहा, “सर्वसम्मति से फैसला किया गया है कि विदेशी और स्पोंसर छात्र, फेलो और अंडरग्रेजुएट सहित एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर अपनी हड़ताल जारी रखें. पढ़ाई, वैकल्पिक ओपीडी, वार्ड और ओटी सर्विस सस्पेंड रहने वाली है. हालांकि, इमरजेंसी सर्विस, आईसीयू और इमरजेंसी ओटी जारी रहेगी.”

FAIMA का हड़ताल भी जारी

FAIMA डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ रोहन कृष्णन ने कहा है कि हमें मालूम चला है कि एक संगठन हड़ताल खत्म कर रहा है. हमारी हड़ताल जारी रहेगी, क्योंकि अभी तक सिर्फ हमारी एक मांग पूरी हुई है, जो सीबीआई को केस ट्रांसफर करने की थी. उन्होंने कहा कि हमें राज्य सरकार या केंद्र सरकार से ज्यादा सहयोग नहीं मिला है. हम स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम चाहते हैं. इमरजेंसी सेवाएं जारी रहने वाली हैं. ओपीडी और टालने योग्य ऑपरेशन भी नहीं किए जाएंगे.

ज़रूर पढ़ें