Ambikapur: भारत-चीन बार्डर पर तैनात जवानों के लिए तिब्बती महिलाओं ने बनाए झंडे, दलाई लामा के जन्मदिन पर की खास तैयारी
तिब्बती महिलाओं ने बनाए झंडे
Ambikapur: 6 जुलाई को धर्मगुरु दलाई लामा का 90वां जन्मदिन मनाया जाएगा. इसे लेकर मैनपाट में रहने वाले तिब्बती महिलाओं ने खास तैयारी की है. मैनपाट के तिब्बती कैंपों को आकर्षक तरीके से मंत्र लिखे झंडो के माध्यम से सजाने की तैयारी चल रही है, लेकिन ये झंडे बड़े खास और आकर्षक हैं. इन झंडो में भारत और चीन के बार्डर सहित देश के अलग.अलग हिस्से में तैनात जवानो की जीत और सुरक्षा का कामना किया गया है.
तिब्बती महिलाओं ने बनाए मंत्र वाले खास झंडे
छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट में सैकड़ो की संख्या में तिब्बती शरणार्थी परिवार रहते हैं और आप जब भी उनके कैंप में पहुंचेंगे तो आपको रंग-बिरंगे झंडे दिखाई देंगे और इन झंडो में तिब्बती भाषा में लिखे हुए मंत्र और तस्वीरें दिखाई देंगी, लेकिन कई बार दिमाग में ख्याल आता है कि आखिर इन मंत्रो और तस्वीरों का क्या महत्व है?
भारत-चीन बार्डर पर तैनात जवानों के लिए की कामना
विस्तार न्यूज़ की टीम इन झंडो को तैयार कर रहीं तिब्बती समुदाय के महिलाओ के बीच पहुंची. झंडा तैयार कर रही महिलाओं ने बताया कि इन झंडों में उनके द्वारा देश की सरहद में सुरक्षा के लिए तैनात जवानों की जीत और उनकी रक्षा के लिए मंत्र लिखे जा रहे हैं, क्योंकि मैनपाट में रहने वाले हर तिब्बती परिवार का एक न एक सदस्य भारत चीन बार्डर पर ड्यूटी में हैं, इसके अलावा समाज में खुशहाली और समृद्धि के लिए भी मंत्र लिखा जा रहे हैं.
मैनपाट में पहुंचने वाले पर्यटकों के सुरक्षित यात्रा के लिए भी इन झंडो में कई मंत्र लिखे जाते हैं सबसे बड़ी बात तो यह है कि खास मंत्रो वाले इन झंडो को तैयार करने में जुटी कई महिलाओ की बेटी और पति भी चीन और भारत बॉर्डर में ग्लेशियर में ड्यूटी कर रहे हैं और यही वजह है कि उनकी सुरक्षा के लिए यहां झंडो में मंत्र लिखकर उनके जीत की कामना की जा रही है.
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तिब्बती समुदाय में घोड़े का खास महत्व
तिब्बती समुदाय में घोड़े का खास महत्व है, इसीलिए यहां लगाए जाने वाले कई मंत्र वाले झंडो में घोड़े की तस्वीर भी लगाई जाती है और कामना की जाती है कि मंत्र तेजी से काम करेंगे तरीके से काम करेंगे क्योंकि घोड़े तेज रफ्तार के साथ दौड़ते हैं और कभी थकते हारते नहीं है. इसी तरह कई झंडो में तारा देवी की भी तस्वीर लगाई जाती है. तारा देवी ठीक उसी तरीके से बौद्ध धर्म की देवी है जिस तरीके से हिंदू धर्म में लक्ष्मी सरस्वती समेत दूसरी देवियों को माना जाता है.
दलाई लामा के जन्मदिन के लिए हो रही तैयारी
तिब्बती कैम्प के सेटलमेंट ऑफिसर छवांग यंगसो ने विस्तार न्यूज़ को बताया कि इस साल तिब्बती समुदाय दलाई लामा के जन्मदिन को करुणा प्रेम और मोहब्बत के रूप में मनाने की तैयारी में जुटा हुआ है. मैनपाट में जन्मदिन के अवसर पर स्पेशल केक काटा जाएगा और कई कल्चरल प्रोग्राम भी आयोजित किए जाएंगे, पूरा तिब्बती समुदाय इन दिनों मैनपाट में अपने दलाई लामा के जन्मदिन को जोर-शोर से मनाने के लिए जुटा हुआ है.