प्रज्ञा ठाकुर के बरी होने पर बहन उपमा सिंह ने जताई खुशी, कहा- सत्य जीत गया और असत्य हार गया…
उपमा सिंह (साध्वी प्रज्ञा ठाकुर)
Malegaon Blast Case: साल 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए ब्लास्ट केस में NIA कोर्ट ने पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर समेत 7 आरोपियों को बरी कर दिया है. इस पर प्रज्ञा ठाकुर की बहन उपमा सिंह ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि प्रज्ञा शेरनी है. सत्य जीत गया और असत्य हार गया.
‘सत्य जीत गया और असत्य हार गया…’
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की बहन उपमा सिंह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर पहुंची. इस दौरान उन्होंन विस्तार न्यूज के संवाददाता आशीष दुबे से खास बातचीत करते हुए प्रज्ञा ठाकुर के बरी होने पर खुशी जताते हुए कहा- ‘हिंदुत्व की जीत हुई है. सत्य जीत गया और असत्य हार गया. प्रज्ञा शेरनी है.’
‘यह पूरे हिन्दू राष्ट्र की जीत है…’
उपमा सिंह ने कहा- ‘इस दौर में मेरी बहन ने खूब यातनाएं सही हैं. उस दर्द को सहा है, जिससे गुजर पाना बेहद मुश्किल होता है. मेरी बहन ने खूब संघर्ष किया है और कभी-कभी तो वह बेसुध बेड पर पड़ी रहती थी. आंसुओं का कोई हिसाब नहीं है. कुल मिलाकर उस दौर से आज के दौर में जब न्याय मिला है तो यह एक बेहतर दिन और गर्व का विषय है. यह पूरे देश की विजय है. यह पूरे हिंदू राष्ट्र की जीत है.’
2008 मालेगांव ब्लास्ट
तारीख 29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के नासिक जिले के मालेगांव में एक मस्जिद के पास मोटरसाइकिल पर बंधे बम में विस्फोट हुआ था. इस हमले में छह लोगों की मौत हुई और 100 से अधिक घायल हुए. यह विस्फोट रमजान के पवित्र महीने के दौरान हुआ, जिससे मामला और संवेदनशील हो गया. शुरुआत में जांच महाराष्ट्र ATS ने की थी, जिसने हिंदू चरमपंथी संगठनों पर शक जताया. बाद में मामला NIA को सौंपा गया.
इस मामले में कोर्ट आरोपी पूर्व भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर, कर्नल प्रसाद पुरोहित, रमेश उपाध्याय, अजय राहिरकर, सुधाकर चतुर्वेदी, समीर कुलकर्णी और सुधाकर धर द्विवेदी को बरी कर दिया है.