Ambikapur में मेयर के लिए BJP ने मंजूषा भगत को क्यों दिया टिकट, जानिए पूरा समीकरण
मंजूषा भगत
Ambikapur: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के लिए बीजेपी ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है. अंबिकापुर नगर निगम में महापौर पद के लिए भाजपा ने मंजूषा भगत को उम्मीदवार बना लिया है, हालांकि मंजूषा भगत के अलवा पूर्व सांसद कमलभान सिंह और इंदर भगत व प्रेमानंद तिग्गा का नाम भी दावेदारों के रूप में चल रहा था, लेकिन दूसरे नामों को लेकर पार्टी के भीतर एक राय नहीं बनने के बाद मंजूषा भगत को पार्टी ने टिकट दिया है.
बीजेपी ने मंजूषा भगत को दिया टिकट
मंजूषा भगत 2003 से भाजपा के विभिन्न पदो में रहीं हैं. इतना ही नहीं उन्होंने नर्सिंग की पढ़ाई की है. इसके साथ ही पार्षद भी रह चुकी है इतना ही नहीं 2014 के चुनाव में भाजपा ने उन्हें महापौर का उम्मीदवार बनाया था उस समय भी मंजूषा भगत, कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ अजय तिर्की से चुनाव लड़ी थी हालांकि 2014 के चुनाव में कांग्रेस के डा अजय तिर्की ने जीत हासिल की थी और मंजूषा भगत को हार का सामना करना पड़ा था उसके बाद एक बार फिर भाजपा ने मंजूषा भगत पर भरोसा जताया है.
उरांव जनजाति और महिलाओं का मिलेगा अच्छा सपोर्ट
मंजूषा भगत को पार्टी ने इसलिए भी टिकट दिया है, क्योंकि मंजूषा भगत उरांव जनजाति से आती है वही कांग्रेस भी उराव जनजाति से तालुक्कात रखने वाले अजय तिर्की को चुनाव मैदान में उतार रही है. अंबिकापुर में उरांव जनजाति बाहुल्य 8 वार्ड है और उनकी जनसंख्या करीब 20,000 है. माना जा रहा है कि मंजूषा भगत को उरांव जनजाति और भाजपा के कैडर वोट के अलावा महिलाओं का भी अच्छा खासा वोट मिलेगा क्योंकि छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना के बाद राज्य की महिलाएं भाजपा सरकार के तरफ झुकाव रखने लगी है. और यही वजह है कि छत्तीसगढ़ के 10 नगर निगम में से पांच नगर निगम में भाजपा ने महिला उम्मीदवार उतारे हैं.
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कई नाम चल रहे थे आगे
दूसरी तरफ संगठन के नेता पूर्व सांसद कमलभान सिंह को महापौर के पद पर टिकट दिलाना चाह रहे थे लेकिन अंतिम समय में संगठन ने मंजूषा भगत को टिकट देकर सबको चौंका दिया. बताया जा रहा है कि कमलभान के अलावा आरएसएस नेता इंदर भगत को भी टिकट मिलने का कयास लगाया जा रहा था लेकिन हाई कमान ने इन दोनों नाम को दरकिनार कर दिया क्योंकि इन दोनों के नाम पर पार्टी के सभी नेताओं के बीच आपसी सहमति दिखाई नहीं दे रही थी और इसी का लाभ मंजूषा भगत को मिला लेकिन दूसरी तरफ भगत को टिकट मिलने के बाद भाजपा कार्यालय में महिला कार्यकर्ताओं को छोड़कर दूसरे नेताओं में उतना उत्साह देखने को नहीं मिला.
महापौर बनने पर सड़क घोटाले की करूंगी जांच – मंजूषा भगत
मंजूषा भगत ने कहा है कि उन्हें खुद भी इस बात को उम्मीद नहीं था कि उन्हें पार्टी टिकट देगी हालांकि टिकट की मांग कर रही थी उन्होंने कहा है कि अगर वे महापौर बन जाती हैं तो नगर निगम में पिछले 10 सालों के भीतर जितने भी घोटाले हुए हैं उनकी जांच कराएंगी. उन्होंने यह भी बयान दिया है कि अंबिकापुर में सड़क घोटाला हुआ है सड़कों का निर्माण घटिया कराया गया और डामर का उपयोग नहीं के बराबर किया गया. इस पर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सड़क में लगने वाला डामर कोठी घर चला गया. बता दें कि कोठी घर TS बाबा का निवास है और अंबिकापुर के निवर्तमान महापौर डॉ अजय तिर्की TS बाबा के बेहद करीबी माने जाते हैं.