CG Assembly Monsoon Session: सदन में गूंजा राजस्व निरीक्षक भर्ती और DAP का मुद्दा, विपक्ष का जमकर हंगामा, जानें कैसी रही पहले दिन की कार्यवाही
गांधी प्रतिमा के पास विपक्ष के विधायकों का विरोध प्रदर्शन
CG Assembly Monsoon Session First Day: 14 जुलाई से छत्तीसढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई है. पांच दिनों तक चलने वाले इस सत्र में विपक्ष ने कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी की है. सत्र के पहले दिन की शुरुआत दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई. सबसे पहले राजस्व निरीक्षक की परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सदन में जोर-शोर से उठा. भाजपा विधायक राजेश मूणत के सवाल से शुरू हुई बहस, हंगामे तक पहुंच गई. उसके बाद खाद और बीज की किल्लत को लेकर हंगामा हुआ. विपक्ष ने इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव लाया, लेकिन स्थगन अस्वीकार होने के बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन के गर्भगृह में जाकर नारेबाजी की.
कार्य मंत्रणा समिति की बैठक
विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक शुरू हुई. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के अध्यक्षता में यह बैठक हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप और नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत मौजूद हैं. इसके अलावा कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री ओपी चौधरी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी बैठक में मौजूद रहे. इस मीटिंग में सत्र संचालन को लेकर रणनीति बनाई गई.
राजस्व निरीक्षक भर्ती का मुद्दा
पहले दिन ही प्रश्नकाल के दौरान राजस्व निरीक्षक की विभागीय परीक्षा में गड़बड़ी का मुद्दा सदन में गूंजा. इस मुद्दे पर विधायक राजेश मूणत ने सरकार से तीखे सवाल किए और अपने ही सरकार के मंत्री को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई, भाई-भाई, साली-जीजा एक साथ बैठे फिर दोषियों पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? इस पर मंत्री टंकराम वर्मा जवाब देते हुए कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में परीक्षा प्रक्रिया शुरू हुई. परिणाम आने के बाद शिकायतें मिलीं. पांच सदस्यीय जांच टीम बनाई गई, जांच में गड़बड़ी पाई गई है.. कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने सवाल दागते हुए कहा कि भर्ती परीक्षा भाजपा सरकार में हुई. इस मामले की CBI जांच की होनी चाहिए.
DAP का मुद्दा
उसके बाद शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने खाद संकट को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में खाद नहीं है. किसान परेशान हैं. ये मुद्दा बेहद गंभीर है. इस पर तत्काल चर्चा कराई जाए. इसका समर्थन करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि पूरे प्रदेश में खाद संकट से किसान हला कान विपक्ष के आरोपों पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने अपने वक्तव्य में कहा कि DAP खाद की आपूर्ति वैश्विक कारणों से प्रभावित हुई है, लेकिन हमने पहले से वैकल्पिक व्यवस्था कर ली थी. नैनो यूरिया और NPK जैसे उर्वरकों का भंडारण लक्ष्य से ज्यादा हुआ है. उन्होंने विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए कहा कि प्रदेश में खाद बीज की कमी नहीं है. कृषि मंत्री के वक्तव्य के बाद विधानसभा अध्यक्ष का स्थगन प्रस्ताव खारिज करने का ऐलान किया. इस पर विपक्ष ने जोरदार विरोध दर्ज कराया. कांग्रेस विधायक वेल में आकर सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी.