CG News: पहलगाम आतंकी हमले के बीच कश्मीर में फंसे थे छत्तीसगढ़ के 30 लोग, सुरक्षित हुई वापसी, बताया आंखों देखा पूरा हाल
कश्मीर से छत्तीसगढ़ निवासियों की हुई वापसी
CG News: छत्तीसगढ़ से एक ही परिवार के 30 सदस्य छुट्टियां मनाने के लिए कश्मीर गए हुए थे. इस दौरान 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) की वजह से सभी लोग कश्मीर में फंस गए थे. 26 अप्रैल को सभी की 30 लोग सुरक्षित छत्तीसगढ़ वापस आ गए हैं.
कश्मीर से वापस छत्तीसगढ़ आए 30 लोग
छत्तीसगढ़ के 30 लोग छुट्टियां मनाने के लिए कश्मीर गए थे. इस बीच पहलगाम में हुए आतंकी हमले की वजह से सभी 30 लोग वहां फंस गए थे. 30 लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं. इनमें से 16 लोग राजनांदगांव जिले के रहने वाले हैं, जबकि 14 लोग रायपुर में रहते हैं. सभी उधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस से वापस आए हैं.
नहीं पहुंचे थे पहलगाम
कश्मीर में छुट्टियां मनाने गए छत्तीसगढ़ के निवासियों ने बताया कि वह कश्मीर में थे. आतंकियों ने हमला पहलगाम में किया था. हमले तक वह लोग पहलगाम नहीं पहुंचे थे. आतंकी हमले की खबर सुनने के बाद वह लोग पहलगाम नहीं गए.
एक दिन पहले हुई 11 लोगों की वापसी
पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में फंसे छत्तीसगढ़ के 11 लोगों की वापसी एक दिन पहले ही हुई है. 25 अप्रैल को चिरमिरी के 11 लोग कश्मीर से रायपुर वापस लौटे हैं. सभी चिरमिरी के रहने वाले हैं. यह सभी लोग आतंकी हमले के दौरान पहलगाम में मौजूद थे. वापस आए चश्मदीदों ने अपनी आप बीती सुनाते हुए बताया था कि उन्हें कलमा पढ़ने के लिए बोला जा रहा था. उन्होंने जंगलों में भागकर अपनी जान बचाई.
फरिश्ता बने नजाकत
छत्तीसगढ़ BJP युवा मोर्चा के कार्यकर्ता अरविंद अग्रवाल अपने परिवार के साथ कश्मीर घूमने गए थे. आतंकी हमले के दौरान वह भी पहलगाम में मौजूद थे. उन्होंने अपने परिवार और उनके साथ मौजूद चिरमिरी के कुल 11 लोगों को बचाने का श्रेय कश्मीरी गाइड नजाकत अहमद शाह को दिया है.
अरविंद अग्रवाल ने हमले वाले दिन जो-जो हुआ वह सब बताया. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया- ‘सब कुछ शांतिपूर्ण था और मैं फोटो खींच रहा था. जब अचानक गोलीबारी शुरू हुई तो मेरी चार साल की बेटी और पत्नी मुझसे थोड़ी दूर थे. मेरे गाइड नजाकत उनके साथ थे और एक और जोड़ा और उनका बच्चा भी था. नजाकत ने उन सबकी जान बचाई.
पहलगाम आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बना लिया. इस हमले में 26 बेगुनाहों की मौत हुई है. मृतकों में नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल, दो स्थानीय समेत अलग-अलग राज्यों से पहुंचे टूरिस्ट शामिल हैं. बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं.