बस्तर में बाढ़ से बिगड़े हालात: कार में बहे 4 लोगों की मौत, CM साय ने अधिकारियों को दिए निर्देश, 68 से ज्यादा लोगों का हुआ रेस्क्यू

Flood in Bastar: बस्तर में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं. वहीं झीरम नाले में तेज बहाव में एक कार नाले में बह गई. जिसमें सवार 4 लोग की मौत हो गई है. इसी बीच बाढ़ में फंसे 5 को हेलिकॉप्टर की मदद से निकाला गया. वहीं CM विष्णु देव साय ने जापान दौरे के बीच राहत बचाव को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए है.
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बस्तर में बाढ़ के हालात

Flood in Bastar: बस्तर में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं. वहीं झीरम नाले में तेज बहाव में एक कार नाले में बह गई. जिसमें सवार 4 लोग की मौत हो गई है. इसी बीच बाढ़ में फंसे 5 को हेलिकॉप्टर की मदद से निकाला गया. वहीं CM विष्णु देव साय ने जापान दौरे के बीच राहत बचाव को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए है.

झीरम नाला में बही कार, 4 लोगों की मौत

झीरम नाला में तेज बहाव में एक गाड़ी नाले में बह गई, जिसमें सवार 5 लोग थे. जानकारी के मुताबिक ड्राइवर ने किसी तरह खुद को बचा लिया और नाले के बीच एक पेड़ पर चढ़ गया. राहतकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर उसे रेस्क्यू कर लिया, लेकिन कार में सवार पति पत्नी और उनके दो बच्चे तेज बहाव में कार के साथ बहते चले गए. कार सवारों को ढूंढने जिला प्रशासन और SDRF की टीम ने करीब 18 घंटे मशक्कत की.. जिसके बाद कार के अंदर से चारों की लाश बरामद हुई है. जानकारी के मुताबिक परिवार तमिलनाडु का रहने वाला था. फिलहाल शवों को जगदलपुर मेडिकल कॉलेज लाया गया है.

CM साय ने अधिकारियों को दिए निर्देश

वहीं CM साय ने जापान दौरे के बीच बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने
फोन पर अधिकारियों से की बात और राहत बचाव के कार्यों को लेकर दिए आवश्यक निर्देश दिए.
CM साय ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है. वहीं 24 घंटे में 68 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया है.

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जिला मुख्यालय में घुसा पानी, NH 30 हुआ बंद

दक्षिण बस्तर इन दिनों भीषण बारिश की मार झेल रहा है. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने सुकमा जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण अंचलों तक जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. नदी-नाले उफान पर हैं. हालत यह है कि सुकमा का जगदलपुर और ओडिशा से सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया है. हालात बिगड़ते देख जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. नगर पालिका और पुलिस-प्रशासन की टीमें लगातार प्रभावित इलाकों में दौरा कर रही हैं. वहीं सुकमा जिला मुख्यालय के निचले इलाकों में पानी घुस गया हैं. लोग घर खाली कर बाढ़ राहत केंद्र में शरण लेने जा रहे हैं..वार्ड 12 के लोगों का कहना है कि इस बार पानी का बहाव इतना तेज है कि लोग घरों से निकल भी नहीं पा रहे. खेत-खलिहान डूब गए हैं और पशुधन को बचाने की मशक्कत की जा रही है.

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