अंबिकापुर जनपद CEO की घूसखोरी, सब इंजीनियर ने EOW से की शिकायत, सरपंच पति ने वीडियो बनाकर साझा किया दर्द

Ambikapur: सरगुजा जिले में कमीशनखोरी का एक बड़ा मामला सामने आया है. अंबिकापुर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर एस सेंगर पर एक सब इंजीनियर ने कमीशन लेने का आरोप लगाया है.
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Ambikapur: सरगुजा जिले में कमीशनखोरी का एक बड़ा मामला सामने आया है. अंबिकापुर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर एस सेंगर पर एक सब इंजीनियर ने कमीशन लेने का आरोप लगाया है और यह भी बताया है कि किस तरीके से उनके द्वारा निर्माण कार्यों में घोटाला किया जा रहा है. इसकी शिकायत आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के अलावा पंचायत विभाग के सचिव से भी की गई है. आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो से शिकायत इसलिए की गई है ताकि उनके काली कमाई की जांच की जा सके.

DMF के निर्माण कार्यों में कलेक्टर के नाम मांगा कमीशन

उप अभियंता ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि 30 अप्रैल 2025 से अंबिकापुर जनपद में कार्य कर रहा हूं. वर्तमान समय में मुझे 51 ग्राम पंचायतों का कार्य करने आदेशित किया गया है. जिसमें कि लगभग 240 निर्माण कार्य हैं जिनका तकनीकी मार्गदर्शन एवं मूल्यांकन कार्य पूर्ण कराकर सीसी जारी कराने का काम दिया गया है. मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरएस सेगर के अवैध उगाही एवं कलेक्टर सरगुजा के द्वारा स्थल भ्रमण के दौरान जन आवश्यकताओं को देखते हुए डीएमएफ एवं अन्य योजनाओं से तत्काल कार्य को स्वीकृत कर दिया जाता है तथा कलेक्टर द्वारा सार्वजनिक तौर पर कहा जाता है कि मैं किसी भी प्रकार कमीशन नही लेता न ही लूंगा, लेकिन कलेक्टर के जाते ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरएस सेंगर द्वारा कलेक्टर के नाम से 10 प्रतिशत राशि की मांग करने दबाव बनाया जाता है. हम लोगों को भी कहा जाता है कि निर्माण एजेंसी को परेशान करें जब तक कि वे पैसा न दें. बहुत सारे कार्यों में खुद ही ठेकेदारी कर कार्य कराया जाता है और फर्जी मूल्यांकन हेतु कहा जाता है.

आरोप लगाया गया है कि बहुत सारे काम ऐसे होते है जो कि भौतिक निरीक्षण में तो पूर्ण दिखते हैं लेकिन तकनीकी रूप से पूर्ण नहीं हुए रहते हैं, उन कामों में भी निर्माण एजेसी से पैसा लेकर अपूर्ण कार्य को पूर्ण बताकर मूल्यांकन कराने दबाव बनाया जाता है.

CEO ऐसे कमा रहे अवैध धन, आरोप से खुला राज

मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरएस सेंगर के समस्त काम हेतु दुकान निश्चित है जिससे कमीशन बंधा हुआ है. जैसे कि दरवाजा खिडकी के कार्य इनके द्वारा बताए दुकान से करना होता है, जिसमें कि क्वालिटी का निगरानी एवं नियंत्रण नही कर पाते हैं और मजबूरन गुणवत्ताहीन कार्य को ही स्वीकार किया जाता है एवं इनके सभी चीजो के लिए कमीशन तथा दुकान फिक्स है.

निजी बैंक का बीमा टारगेट भी पूरा करा रहे CEO

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अम्बिकापुर में कार्य की समीक्षा बैठक बुलाया जाता है ओर उसमें प्राइवेट एक्सिस बैंक के मैनेजर को बुलाकर कमचारियों का वेतन खाता सरकारी बैंको से खत्म कराकर प्राइवेट एक्सिस बैक में करानेप्रचार प्रसार कराया गया ओर एक्सिस बैक बीमा पालिसी लेने हेतु दबाव बनाया गया.

CEO ने आरोप को नकारा

दूसरी तरफ पूरे मामले में जनपद पंचायत के कार्यपालिका अधिकारी सेंगर का कहना है कि खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं और उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है.

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