Balod: दोस्त को दी सुपारी, फिर यूट्यूब देखकर रची पत्नी की हत्या की साजिश, 2 महीने बाद हुआ खुलासा

Balod: मोहला मानपुर जिले के शेरपार गांव के शासकीय स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका बरखा वासनिक की मौत एक सड़क हादसा नहीं बल्कि साजिश थी. उनके पति ने ही एक दोस्त के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. जिसका खुलासा हुआ है.
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शिक्षिका की मौत का खुलासा

डिलेश्वर देवांगन (बालोद)

Balod: मोहला मानपुर जिले के शेरपार गांव के शासकीय स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका बरखा वासनिक की मौत एक सड़क हादसा नहीं बल्कि योजनाबद्ध तरीके से उनके पति ने ही एक दोस्त के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया. वहीं पुलिस ने इस मामले चौकानें वाला खुलासा किया.

दो महीने पहले हुई थी टीचर की हत्या

22 मार्च के दिन शेरपार के हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका बरखा वासनिक उसी स्कूल के प्यून मथुरा मंडावी को स्कूटी पर बिठाकर स्कूल से दल्लीराजहरा आ रही थी. इसी दौरान बीच रास्ते पर उन्हें अज्ञात वाहन ने ठोकर मार दी. पुलिस को जानकारी मिलते ही वह मौके पर पहुंची और जब उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया तो शिक्षिका बरखा वासनिक की मौत हो चुकी थी. जिसका पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोंट लगने की वजह से हत्या किए जाने की बात सामने आई.

मृतिका की बहन ने निकाला CCTV फुटेज

लगातार पुलिस के पास जाने के बाद भी वह मानने को तैयार नहीं तो शिक्षिका के मायके पक्ष के लोग शेरपार गांव पहुंचे. जहां दबी जुबान से लोगों में चर्चा थी कि बरखा वासनिक की हत्या हुई है. फिर मृतिका की बहन स्कूल के बच्चों से मिले तो पता चला कि सुबह से पूरा दिन एक बोलेरो गाड़ी उस गांव में मंडरा रही थी. स्कूली बच्चों ने बताया कि गाड़ी में सवार लोग उनसे स्कूल की छुट्टी का समय भी पूछा. जिससे उनका शक और गहरा गया. फिर उस रास्ते पर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी उन्होंने निकाला.

मायके पक्ष ने जताई हत्या की आशंका

घटना को पुलिस अज्ञात वाहन से हुआ सड़क हादसा ही मान रही थी लेकिन शिक्षिका बरखा वासनिक के मायके पक्ष के लोगों ने हत्या की आशंका जताई और मृतिका के पति विद्युत विभाग दुर्ग में सहायक इंजीनियर शीशपाल वासनिक पर हत्या का संदेह जताया और बालोद SP और दुर्ग आईजी से जाकर मिले…तब नए सिरे से जांच शुरू हुई.

पुलिस के सामने चुनौती

मृतका के मायके पक्ष के संदेह के बाद पुलिस अब सड़क हादसे को हत्या के एंगल से जांच करने लगे. पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती थी कि जिस जगह पर शिक्षिका के साथ हादसा हुआ था वह सुनसान इलाका था और ना ही वहां पर कोई प्रत्यक्ष दर्शी थे. फिर भी पुलिस ने बोलेरो गाड़ी चालक सुपेला निवासी कयामुद्दीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की क्योंकि कयामुद्दीन का मोबाइल लोकेशन उस दिन उसी तरफ था. तब पता चला कि मृतिका शिक्षिका के पति विद्युत विभाग दुर्ग में सहायक इंजीनियर के पद पर कार्यरत शीशपाल वासनिक के साथ मिलकर दोनों ने हत्या की है.

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यूट्यूब में देखा क्राइम वीडियो

पुलिस की पूछताछ में आरोपी पति शीशपाल ने बताया कि घटना की प्लानिंग बहुत पहले से वह कर रहा था. सबसे पहले तो हत्या करने का वीडियो उसने यूट्यूब पर देखा और फिर सबूत मिटाने के लिए क्राइम वीडियो देखा. फिर घटना के एक दिन पहले रात को मोबाइल नंबरों की सूची तैयार की सूची में बकायदा समय भी लिखा था और स्वीपर को दूसरे दिन मोबाइल और सूची स्वीपर को दिया और सूची में दिए नम्बर को समय समय पर फोन लगाने की बात कहते हुए वहां से चले गया, ताकि पुलिस अगर मोबाइल लोकेशन की जांच करे तो उनका मोबाइल लोकेशन दुर्ग में ही मिले.

ऐसे दिया घटना को अंजाम

घटना के दिन 22 मार्च को शीशपाल अपने दोस्त कयामुद्दीन के साथ बोलेरो पर सवार होकर दुर्ग से निकले और शेरपार पहुंचकर स्कूली बच्चों से स्कूल की छुट्टी के संबंध में पूछा. स्कूल की छुट्टी का इंतजार करते रहे जैसे ही स्कूल की छुट्टी हुई और शिक्षिका बरखा स्कूटी पर सवार होकर प्यून मथुरा मंडावी को बिठाकर स्कूल से निकली तो बोलेरो पर सवार होकर निकल गए. आधे रास्ते पर जाकर बरखा को आगे बढ़ने दिया और सुनसान इलाका देखकर बोलेरो चालक ने स्कूटी को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी और उतरकर देखने पर बरखा की सांसे चल रही थी तो बोलेरो में रखे रॉड से कई बार बरखा पर वार किए और मौके से फरार हो गए. पुलिस को जानकारी मिली तो वह मौके पर पहुंचकर एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मौत हो चुकी थी वहीं प्यून मथुरा बेसुध थी.

यह थी हत्या की वजह

पुलिस की पूछताछ में यह भी पता चला कि आरोपी शीशपाल नशे का आदि था. जिसको लेकर आए दिन घर में विवाद होता था. जिससे दोनों के तलाक की भी नौबत आ गई थी. आरोपी पति ने बरखा के नाम से कार भी खरीदी थी. बरखा की मौत के बाद कार का लोन नहीं चुकाना पड़ता. इन दोनों वजहों के चलते आरोपी शीशपाल ने अपनी पत्नी की हत्या अपने साथी कयामुद्दीन के साथ मिलकर की. जिसके लिए कयामुद्दीन को 60 हजार रुपए भी दिए.

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