‘हम लोग अपनी मर्जी से जा रहे थे आगरा…’, ननों की गिरफ्तारी के बीच नारायणपुर की युवती ने किए सनसनीखेज खुलासे
Chhattisgarh: दुर्ग रेलवे स्टेशन से GRP रेलवे पुलिस ने दो ननों को नारायणपुर की युवतियों को आगरा ले जाने और धर्मातरण के आरोप में गिरफ्तार किया था. वहीं इस मामले में कोर्ट ने दोनों ननों को न्यायिक हिरासत में दुर्ग जेल भेज दिया है. इसी बीच अब नारायणपुर की युवती ने की गिरफ्तारी और धर्मातरण के आरोपों पर कई खुलासे किए है.
हम लोग अपनी मर्जी से जा रहे थे आगरा – पीड़िता
दुर्ग रेलवे स्टेशन से GRP रेलवे पुलिस ने दो ननों को नारायणपुर की युवतियों को आगरा ले जाने और धर्मातरण के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसी बीच अब नारायणपुर की युवती ने ननों की गिरफ्तारी और धर्मातरण के आरोपों पर कई खुलासे किए है. जिला मुख्यालय से करीब 10 किमी दूर कुकुडाझोर गांव में रहने वाली कमलेश्वरी प्रधान ने बताया कि हम हमारी मर्जी से मिशन अस्पताल में काम करने के लिए भोपाल जा रही थी. रेलवे स्टेशन में बजरंग दल के लोग पकड़कर ले गए और झूठा मामला बना दिया.
बजरंग दल के लोगों ने जेल भिजवा दिया
उन्होंने ननों को निर्दोष बताते हुए कहा कि बजरंग दल के लोगों के द्वारा दबाव बनाकर नन को जेल भिजवाया गया हैं. दोनों नन और एक सुखमन मंडावी निर्दोष हैं. हम अपनी मर्जी से आगरा होते हुए भोपाल जा रहे थे परिजनों की सहमति से मिशन अस्पताल काम करने जा रहे थे हमारे नाम से झूठा मामला बनाया गया हैं.
क्या है पूरा मामला?
मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का है. 25 जुलाई 2025 को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कंवर्जन (धर्मांतरण) की आशंका जताते हुए जमकर प्रदर्शन किया था. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि दो नन सिस्टर और एक युवक ने छत्तीसगढ़ की तीन आदिवासी युवतियों को बहला-फुसलाकर उत्तर प्रदेश के आगरा ले जा रहे थे, जहां उनके कंवर्जन की योजना थी. इस हंगामे की जानकारी मिलते ही GRP मौके पर पहुंची. इस दौरान पुलिस ने मौके से दो नन और युवक को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
2 नन की गिरफ्तारी से सियासी बवाल
दुर्ग में GRP द्वारा गिरफ्तार की गईं दोनों नन मलयाली हैं. वह ग्रीन गार्डन्स धार्मिक समुदाय की नन हैं. दोनों की गिरफ्तारी को लेकर सियासी बवाल मच गया है. इस मामले में केरल के CM पिनाराई विजयन ने दोनों नन की रिहाई के संबंध में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. वहीं, AICC महासचिव ने वेणुगोपाल ने छत्तीसगढ़ के CM विष्णु देव साय को पत्र लिखा है. इसके अलावा 28 जुलाई को लोकसभा के बाहर इसे लेकर UDF के सांसदों ने विरोध किया. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.