क्या है छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना? जानें क्या है पात्रता

CG News: मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जा रही एक खास योजना है. स योजना के तहत मेहनतकश श्रमिक परिवारों से आने वाले 10वीं और 12वीं कक्षा के 31 टॉपर मेधावी बच्चों को 2-2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है.
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CG News: छत्तीसगढ़ में सरकार गरीब, आदिवासी और श्रमिक परिवारों के लिए कई योजनाएं चला रही है, इससे लोगों को फायदा भी रहा है, वहीं खासतौर से छात्रों को कई सुविधाएं मिल रही है. इसी कड़ी में श्रमिक परिवार के मेधावी बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जा रही नोनी बाबू मेधावी सहायता योजना बहुत लाभकारी साबित हो रही है.

मेधावी छात्रों का हुआ सम्मान

15 जून को श्रमिक परिवारों के मेधावी छात्रों को नोनी बाबू मेधावी सहायता योजना के तहत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu deo Sai) ने सम्मानित किया. सीएम ने खास कार्यक्रम के दौरान कुल 31 छात्रों को इस योजना से सम्मानित किया है.

क्या है मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना?

बता दें कि मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जा रही एक खास योजना है. यह योजना छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है. इसका मुख्य उद्देश्य श्रमिकों के बच्चों को पढ़ाई-लिखाई में आगे बढ़ने का अवसर देना, उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार करना और बेटियों को भी पढ़ने-लिखने के लिए प्रोत्साहित करना है.

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मेधावी छात्र बनेंगे लखपति

इस योजना के तहत मेहनतकश श्रमिक परिवारों से आने वाले 10वीं और 12वीं कक्षा के 31 टॉपर मेधावी बच्चों को 2-2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई. इस साल 38,200 निर्माण श्रमिकों के लिए 19.71 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि उनके बैंक खातों में DBT के माध्यम से हस्तांतरित किया गया.

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जानिए किसे मिलेगा लाभ?

  1. आवेदक छात्र छत्तीसगढ़ का स्थायी निवासी होना चाहिए
  2. छात्र के माता-पिता छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में कम से कम
  3. 90 दिनों से पंजीकृत निर्माण श्रमिक होने चाहिए
  4. छात्र ने पिछली कक्षा में कम से कम 75% अंक प्राप्त किए हों. (कुछ मामलों में बोर्ड परीक्षाओं में टॉप-10 में आने वाले छात्रों के लिए विशेष प्रोत्साहन भी है)
  5. यह योजना पंजीकृत निर्माण श्रमिक के पहले दो बच्चों के लिए लागू होती है.

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