पानी-पानी हुआ रायपुर… जलभराव के कारण नहीं नहीं दिखी नाली, स्कूल से निकलते ही गिरा छात्र

Raipur News: रायपुर में लगातार हो रही झमाझम बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया है. इस कारण शहर में कई हादसे भी हो रहे हैं. सोमवार को जलभराव के कारण एक स्कूली छात्र नाले में गिर गया.
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रायपुर में जलभराव

Raipur News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हो रही लगातार बारिश ने प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है. शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. रायपुर शहर के बीचों-बीच मात्र 200 मीटर के दायरे में जलभराव की स्थिति ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या राजधानी की सड़कों पर पानी बहाने की कोई ठोस व्यवस्था है भी या नहीं.

शहर के प्रमुख चौराहों पर जलभराव

शहर के प्रमुख चौराहों में शामिल कलेक्ट्रेट चौक, जो प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र माना जाता है. वहां पानी का भराव हो गया है. यह चौराहा राज्यपाल रमन डेका के निवास के बेहद पास स्थित है. यहां जलभराव की स्थिति ऐसी है कि राहगीरों का वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. सोचने वाली बात है कि अगर यहां ऐसे हालात हैं तो बाकी इलाकों में क्या स्थिति होगी?

घड़ी चौक पर नाली में गिरा छात्र

घड़ी चौक के पास स्थित सालेम स्कूल के सामने का नजारा और भी चिंताजनक है. स्कूल की छुट्टी के समय नालियों का पानी सड़क पर फैल गया, जिससे कारण जलभराव हो गया और गड्ढे और नालियां भी छुप गए. ऐसे में एक स्कूली छात्र जब अपने स्कूल से बाहर निकला तो वह नाली में गिर गया. गनीमत रही कि आसपास के लोगों ने तत्काल छात्र को बाहर निकाला. यह घटना स्पष्ट रूप से बताती है कि किस तरह जलभराव बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुका है.

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इन्हीं दोनों स्थानों के बीच महज 200 मीटर की दूरी में तीसरी जगह भी पानी से लबालब नजर आई. कहीं वाहन चालकों की गाड़ियां बंद हो रही हैं तो कहीं पैदल राहगीर गंदे पानी में फंस रहे हैं. राजधानी के दिल कहे जाने वाले इन इलाकों की स्थिति अगर ऐसी है, तो शहर के अन्य हिस्सों की स्थिति की कल्पना करना भी मुश्किल है.

प्रशासन पर उठ रहे सवाल

लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या नगर निगम और जिला प्रशासन के पास जल निकासी की कोई योजना नहीं है? हर साल मानसून से पहले नालियों की सफाई के दावे किए जाते हैं, लेकिन नतीजा सड़कों पर बहते पानी और उसमें गिरते लोगों के रूप में सामने आ रहा है. रायपुर की जनता अब इस बात की मांग कर रही है कि सिर्फ कागजों में नहीं, जमीन पर भी तैयारियां नजर आएं. बारिश का पानी अगर राजधानी की रफ्तार को रोक दे तो यह केवल असुविधा नहीं, प्रशासनिक विफलता की निशानी भी है.

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