Chhattisgarh में जहां हुई थी पहली नक्सली घटना, वहां अब पहुंचा मोबाइल नेटवर्क, लोगों ने जताई खुशी
बंदेपारा में लगा मोबाईल टावर
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में अब नक्सलियों की बंदूक की जगह मोबाईल की ट्यून सुनाई देगी. जहां नक्सलियों के गढ़ बीजापुर में इंद्रावती टाइगर रिजर्व (आईटीआर) से सटे बंदेपारा में रविवार को मोबाइल टावर लगाया गया. ये वहीं गांव है जहां पहली बार नक्सली हमला हुआ था.
बंदेपारा में लगा मोबाईल टावर
बीजापुर जिले के थाना कुटरू अंतर्गत बंदेपारा गांव में 31 मई 2025 को जियो कंपनी का मोबाइल टावर शुरू किया गया. यह पहल छत्तीसगढ़ शासन की “नियद नेल्ला नार” योजना तथा केंद्र सरकार की “यूएसओएफ (Universal Service Obligation Fund)” योजना के तहत की गई है.
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इन गांवों में भी मिली सुविधा
इस मोबाइल टॉवर की स्थापना से न केवल बंदेपारा, बल्कि अम्बेली, आकलंका, पाताकुटरू, उसकापटनम सहित कई दूरस्थ गांवों के लोगों को पहली बार मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट की सुविधा मिली है.
बंदेपारा में हुई थी पहली नक्सली घटना
बता दें कि ये छत्तीसगढ़ का वहीं गांव है, जहां पहली बार नक्सली घटना सामने आई थी. नक्सलियों ने श्रमिकों के भुगतान को लेकर वन विभाग के एक कर्मचारी के साथ मारपीट की थी. तब से नक्सली हिंसा में बस्तर में चार हजार से अधिक सुरक्षा बल के जवान बलिदान हुए व आम नागरिक मारे जा चुके हैं.