रायगढ़ के गारे पेल्मा सेक्टर-1 में नहीं खुलेगी कोयला खदान, विरोध के बाद जिंदल ग्रुप ने जनसुनवाई का आवेदन वापस लिया

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में अब नई कोयला खदान नहीं खुलेगी. इसको लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद जिंदल ग्रुप ने जनसुनवाई का आवेदन वापस ले लिया.
Following massive protests in Raigarh, JPL announced its withdrawal of the public hearing application.

रायगढ़ में भारी विरोध के बाद JPL ने जनसुनवाई का आवेदन वापस लेने का ऐलान किया.

CG News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में अब नई कोयला खदान नहीं खुलेगी. इसको लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बाद जिंदल ग्रुप ने जनसुनवाई का आवेदन वापस ले लिया. गारे पेल्मा सेक्टर 1 में कोयला खदान को लेकर ग्रामीण जनसुनवाई का लगातार विरोध कर रहे थे. विरोध प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प देखने को मिली थी. जिंदल ग्रुप ने कहा कि हमले में कंपनी का बहुत नुकसान हुआ है.

जिंदल ग्रुप ने कहा- जनभावनाओं का आदर करते हैं

गारे पेल्मा सेक्टर 1 में कोयला खदान को लेकर जनसुनवाई का ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे थे. इसको देखते हुए जेपीएल (Jindal Power Limited) जनसुनवाई का आवेदन वापस लेने का ऐलान किया है. जिंदल ग्रुप ने कहा कि हम जन भावनाओं का आदर करते हैं. 27 दिसंबर को हमारे ऊपर जानलेवा हमला किया गया. कोल हैंडलिंग प्लांट में आगजनी की गई. इसमें कंपनी को बहुत नुकसान हुआ है.

पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प

रायगढ़ जिले के तमनार में जेपीएल कोल माइन को लेकर शनिवार को पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस दौरान महिला टीआई को लात मारी गई. हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इसके बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया.

18 दिनों से धरने पर बैठे ग्रामीण

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में जेपीएल कोयला खदान को लेकर ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं. 14 गांवों के ग्रामीण पिछले 18 दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं शनिवार को पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प के बाद कांग्रेस ने घटना को लेकर जांच समिति बनाई है. पीसीसी चीफ दीपक बैज कोयला खदान प्रभावितों से मुलाकात करने रायगढ़ जाएंगे.

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