Pahalgam Terror Attack: दिनेश मिरानिया के घर पहुंची NIA की टीम, पत्नी नेहा बोलीं- मैंने वहां जाकर अपनी दुनिया उजाड़ दी
पहलगाम आतंकी हमले पर दिनेश मिरानिया की पत्नी नेहा ने दी प्रतिक्रिया
Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के अनंतनाग (Anantnag) जिले के बैसारन वैली (Baisaran Valley) में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया. इस हमले में 26 टूरिस्ट की मौत हो गई और 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इसमें रायपुर के कारोबारी दिनेश मिरानिया (Dinesh Mirania) की भी मौत हो गई. 25 अप्रैल को रात करीब 8 बजे जांच एजेंसी NIA की टीम मिरानिया के घर पहुंचे और घटना के बारे में जानकारी ली. वहीं उनकी पत्नी नेहा मिरानिया (Neha Mirania) ने कहा कि वहां जाकर मैंने अपनी दुनिया उजाड़ दी.
‘शहीदों की तरह उन्हें विदाई दी’
पहलगाम आतंकी हमले की आपबीती सुनाते हुए नेहा मिरानिया ने कहा कि वहां जाकर मैंने अपनी दुनिया ही उजाड़ ली. उस दिन की कहानी बयां करते हुए कहा, ‘मेरे पति वैष्णो देवी जाना चाहते थे और फिर बच्चों ने कश्मीर घूमने के लिए कहा था. इसके बाद हमने पहलगाम और गुलमर्ग का प्लान बनाया था.
नेहा ने आगे बताया कि हमें उसके बाद गुलमर्ग जाना था. आधे घंटे का ही अंतर था. एक-डेढ़ बजे तक हमें निकल जाना था. हम बात कर ही रहे थे कि लेकिन दो बज गए थे. बच्ची छोटी है तो वो जिप लाइनिंग करना चाहती थी, कई और एक्टिविटी करना चाहती थी. यह करते-करते समय बीत गया और हम लोग अलग-अलग हो गए. बेटा कहीं था, बेटी और हसबैंड एक जगह थे और मुझे वॉशरूम में जाना था तो मैं वहां चली गई. जैसे ही वॉशरूम में गई तो फायरिंग शुरू हो गई, आतंकी हमला हो गया.
‘पहले ऐसा मूवीज में ही देखते थे’
उन्होंने घटना के बारे में बताया कि मैं बाहर निकली तो पता ही नहीं चला कि यह हो क्या रहा है क्योंकि हम सब यह मूवीज में देखते हैं, न्यूज में पढ़ते हैं. न्यूज बनना नहीं चाहते थे. हमला हो गया था और हम लोग इधर-उधर हो गए थे. वॉशरूम जाते वक्त मैंने अपना मोबाइल और पर्स अपने पति को दिया था. मेरा पास कुछ नहीं था.
‘पति को बल्ड क्लॉट का इश्यू था’
दिनेश मिरानिया को ब्लड क्लॉट का इश्यू था, इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पहलगाम हॉस्पिटल के बाहर मुझे मेरी बेटी मिली. जहां पर कुछ घायलों को लाया गया था. उसके हाथ में थोड़ी-सी चोट थी और कपड़े खून से सने थे. उसने बताया कि मम्मी, पापा को गोली लगी है. यह सुनकर मैं डर गई थी क्योंकि मेरे पति को ब्लड क्लॉट का इश्यू था. ब्लड को पतला करने के लिए उन्हें दवा लेनी पड़ती है. हम लोग हर जगह पर मदद के लिए जा रहे थे. लेकिन सरकार ने हमें क्लब हाउस में भेजा. हम क्लब हाउस फिर वापस नहीं वहां नहीं गए.
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‘मेरे पति शहीद हो गए’
नेहा ने कहा कि मेरे पति शहीद हो गए. पति दिनेश के बारे में उन्होंने कहा कि अमित शाह जी वहां (पहलगाम) आए थे. उन्होंने मेरे पति को इतनी खूबसूरत विदाई दी, उन्हें शहीद जैसी विदाई दी. इसी कारण मुझे उम्मीद है कि सरकार मेरे पति को शहीद का दर्जा देगी. मुझे उम्मीद है कि सरकार मेरे बच्चों के सिर पर भी हाथ रखेगी और शायद उन्हें कुछ सहारा दे. मैं उनकी बेटी हूं, इसलिए वे (सरकार) मेरा परिवार हैं, इसलिए वे मेरी मदद जरूर करेंगे.
NIA ने दिनेश मिरानिया के बेटे औ बेटी से बात की
पहलगाम आतंकी हमले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी NIA कर रही है. NIA की टीम शुक्रवार यानी 25 अप्रैल को करीब रात 8 बजे रायपुर की समता कॉलोनी स्थित दिनेश मिरानिया के घर पहुंची. इस टीम को DSP रैंक के अधिकारी लीड कर रहे थे. इसमें महिला और पुरुष दोनों अधिकारी शामिल थे, उन्होंने परिवार से हमले के बारे में जानकारी ली. दिनेश के बेटे और बेटी दोनों से इस संबंध में बात की.